चरखी दादरी: गांव रामनगर में पिछले दो माह से मुआवजा वृद्धि को लेकर किसान धरने पर हैं. दादरी जिले के 17 गांवों से निकलने वाले ग्रीन कॉरिडोर का किसान प्रति एकड़ दो करोड़ रुपए मुआवजा की मांग कर रहे हैं. धरने पर बैठे किसान अब आर-पार की लड़ाई लडने के मूढ़ में हैं.
किसानों ने एकजुट होते हुए फैसला लिया कि 26 अप्रैल तक सरकार उनकी मांगों को लिखित रूप में करने बात करे, अन्यथा 27 अप्रैल से दादरी, बाढड़ा और महेंद्रगढ़ क्षेत्र में सरकार के प्रतिनिधियों के साथ-साथ प्रत्यशीयों का विरोध करेंगे. इस दौरान धरने की कमान महिलाओं के हाथों रहेगी. किसान सरकार का विरोध करने के लिए गांव-गांव जाएंगे.
सरकार का विरोध करने की रणनीति बनाते किसान धरने की अगुवाई कर रहे अनुप खातीवास और विनोद मोड़ी ने संयुक्त रूप से कहा कि 17 गांवों के किसान मांगों को लेकर शांतिपूर्ण धरने पर बैठे हैं. बावजूद इसके सरकार उनकी मांगों पर कोई विचार तक नहीं कर रही है. इसलिए किसानों ने फैसला लिया है कि दादरी, बाढड़ा और महेंद्रगढ़ क्षेत्र में सीएम और प्रत्याशियों का विरोध किया जाएगा. प्रत्याशियों को काले झंडे दिखाकर विरोध करते हुए गांव में नहीं घुसने दिया जाएगा.
किसान इससे पहले वर्तमान सांसद धर्मबीर सिंह का पहले भी काले झंडों से विरोध कर चुके हैं. अब क्षेत्र के किसी भी गांव में प्रचार नहीं करने देंगे और विरोध जारी रहेगा.