चरखी दादरी:सरकार की ओर से मंडियों में पुख्ता प्रबंधों के दावे चरखी दादरी में हवाई साबित हो रहे हैं. बीती रात हुई बारिश के बाद मंडी के बुरे हाल हो गए. एक ओर बरिश से जहां किसानों का पीला सोना भीग गया.
वहीं अनाज भीगने से सरकार को लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है. उठान नहीं होने और आढ़तियों की ओर से अनाज को बारिश से नहीं बचाने के बाद मंडी में हालात ऐसे हो गए हैं कि कई ढेरियों में अनाज सड़ गया है. हालांकि मंडी अधिकारी सिर्फ नोटिस और प्रशासन को पत्र लिखकर अपनी कागजी कार्रवाई पूरी कर रहे हैं.
बारिश में भीगी किसानों की फसल बता दें कि इस बार सरसों और गेहूं की बंपर पैदावार हुई और आवक भी अच्छी हुई है. हरियाणा सरकार ने इस बार किसानों की फसल की खरीदारी करने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिय चलाई थी जिसके बाद से किसान लगातार परेशान हैं. मंडी में उठान की बड़ी समस्या होने के कारण किसानों का अनाज बारिश की भेंट चढ़ गया और कई ढेरियों में तो गेहूं सड़ने लगा है.
फिलहाल मंडी प्रशासन की ओर से सरसों और गेहूं की खरीद नहीं करने का फरमान सुनाने के बाद किसानों पर दोहरी मार पड़ रही है. बीती रात हुई झमाझम बारिश के चलते मंडी में हजारों टन गेंहू और सरसों की फसल भीग गई.
किसान रामफल, जयभगवान और दयानंद ने बताया कि बारिश से जहां उनका अनाज खराब हुआ है वहीं उनके पास बिक्री का मैसेज आने के बाद भी अनाज नहीं खरीदा जा रहा है.
उधर मार्केट कमेटी सचिव बसंत कुमार का कहना है कि बारिश को लेकर आढतियों को तिरपाल सहित अन्य व्यवस्था करने के लिए नोटिस जारी किया हुआ है. इस समय उठान नहीं होने के कारण बारिश से कुछ नुकसान हुआ है. इस संबंध में जिला प्रशासन को पत्र लिखकर समस्या से अवगत करवा दिया गया है.