चरखी दादरी:ग्रीन कॉरिडोर 152-डी नेशनल हाईवे की अधिग्रहीत जमीन के मुआवजा वृद्धि की मांग को लेकर धरने पर बैठे किसानों ने आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया है.
80 किसानों ने राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखकर सामूहिक आत्मदाह की अनुमती मांगी है. सरकार और प्रशासनिक अधिकारियों पर धोखा करने का आरोप लगाते हुए किसानों ने कहा कि उनके पास अब आत्महत्या करने के अलावा कोई चारा नहीं है. सरकार की वादाखिलाफी से ही परेशान होकर किसानों को सामूहिक रूप से आत्मदाह करने पर विवश होना पड़ रहा है. इस दौरान किसानों ने अल्टीमेटम दिया कि दो दिन तक उनकी मांग पूरी नहीं की तो रणनीति बनाकर बड़ा फैसला लेंगे.
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यहां देखें किसानों का राष्ट्रपति को लिखा पत्र क्या है मामला ?
दादरी जिले के 17 गांवों के किसान गांव रामनगर में गत 26 फरवरी से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं. किसानों की मांग है कि ग्रीन कॉरिडोर नेशनल हाईवे की अधिग्रहीत जमीन का मुआवजा नये कलेक्टर रेट पर निर्धारित करके मार्केट वैल्यु अनुसार दिया जाए. अपनी मांगों को लेकर किसानों की सीएम और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से भी वार्ता हो चुकी है. जिसमें उनको आश्वासन मिला था कि जिला प्रशासन द्वारा किसानों से मिलकर कलेक्टर रेट तय कर लिया जाएगा. जिसके आधार पर उनको मुआवजा मिले.