चरखी दादरी : भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी (Bhartiya Kisan Union) ने साफतौर पर कह दिया है कि अगर सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो वह किसानों के साथ पंचायत कर रोष व्यक्त करेंगे. सरदार गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा है कि शामलात देह जमीन पर किसानों का हक है और वह एक इंच जमीन भी नहीं जाने देंगे. उन्होंने कहा कि किसानों के हक को बचाने के लिए 16 अगस्त को विधायकों को सरकार के नाम ज्ञापन सौपेंगे. फिर भी सरकार ने मांगे नहीं मानी तो 25 अगस्त से किसानों की महापंचायत (Farmers Mahapanchayat) बुलाई जाएगी साथ ही विधायकों के निवास पर पंचायतें कर रोष जताएंगे और आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे.
Farmers Mahapanchayat: शामलात देह जमीन पर किसानों का हक, एक इंच भी नहीं जाने देंगे जमीन: भाकियू अध्यक्ष - Kisan Mahapanchayat in Karkhi Dadri Village
चरखी दादरी में किसान की जमीन बचाने के लिए भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी (Bhartiya Kisan Union) ने कारी मोदी गांव में महापंचायत में ऐलान किया है. वहीं किसानों ने प्रशासन द्वारा लगाए पोल को उखाड़कर जमीन पर ट्रैक्टर चला दिया. किसान अध्यक्ष ने कहा कि हरियाणा में विधायकों के निवास पर 25 अगस्त को महापंचायत की जाएगी.
बता दें कि जिले के कारी मोद गांव में सर्व हरियाणा किसान महापंचायत (Kisan Mahapanchayat in Karkhi Dadri Village) में भाकियू अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी शिरकत की और उन्होंने कई संगठनों के लोगों के साथ मिलकर आगामी रणनीति तैयार की. चढ़ूनी की अगुवाई में शामलात देह की जमीन से उन पिलरों को भी उखाड़ दिया जहां प्रशासन ने कब्जा लेकर निशानदेही की थी. इसके साथ ही भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष चढूनी ने किसानों के साथ मिलकर प्रशासन द्वारा कब्जे में ली गई जमीन पर ट्रैक्टर भी चलाकर सरकार को जमीन नहीं देने की चेतावनी भी दी.
कारी मोद गांव में कोर्ट के आदेश पर प्रशासन द्वारा दस दिन पहले पुलिस की मौजूदगी में किसानों की खड़ी फसल पर ट्रैक्टर चलाकर कब्जा कर कार्रवाई की गई थी. जिसके बाद से ही भाकियू द्वारा बड़ा फैसला लेकर महापंचायत बुलाई गई थी. चढ़ूनी ने कहा कि शामलात देह जमीन पर किसानों का हक है (Right of farmers on Shamlat Deh land) और इसमें से एक इंच जमीन को भी किसान नहीं जाने देंगे. उन्होंने विधानसभा के दूसरे सत्र तक का अल्टीमेटम दिया है. वहीं जिस जमीन पर प्रशासन द्वारा दस दिन पहले कब्जा कर कार्रवाई की थी वहीं पर किसानों की जमीन पर लगाए गए पिलर को भी चढ़ूनी की अगुवाई में उखाड़ते हुए उस जमीन पर ट्रैक्टर चलाकर उसे दोबारा से किसानों की होने की घोषणा की है.