चरखी दादरी: बाढड़ा नगर पालिका रहेगी या फिर इसे फिर से ग्राम पंचायत (badhda municipality or badhda gram panchayat) बनाया जाएगा. इसका फैसला बादली की तर्ज पर जनमत संग्रह से होगा. इसके लिए 2 दिसंबर को मतदान कराया जाएगा. जनमत के अनुसार ही सरकार इस बारे में निर्णय लेगी. कृषि मंत्री जेपी दलाल ने शुक्रवार को बाढड़ा के हंसावास खुर्द गांव में चल रहे धरने पर पहुंचकर यह घोषणा की. जनमत संग्रह कराने के निर्णय का बाढड़ा व हंसावास खुर्द के ग्रामीणों ने समर्थन किया है.
प्रदेश सरकार ने बाढड़ा व हंसावास खुर्द की ग्राम पंचायतों को अपग्रेड करके नगर पालिका का दर्जा दिया था. हालांकि स्थानीय लोगों को सरकार का यह निर्णय रास नहीं आया. स्थानीय लोग सरकार के इस निर्णय के खिलाफ धरने पर बैठ गए. राजनीतिक रूप से बाढड़ा हलका काफी अहम हैं. बाढड़ा हलके में जजपा की नैना चौटाला विधायक हैं. नैना के पुत्र दुष्यंत सिंह चौटाला सरकार में उपमुख्यमंत्री हैं. मौजूदा गठबंधन सरकार ने ही बाढ़डा और इसके साथ लगते हसांवास खुर्द गांव को मिलाकर नगर पालिका का दर्जा दिया था. 2014 में यहां से भाजपा के सुखविंद्र सिंह मांढी विधायक थे और वर्तमान में वे भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष हैं.
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