चंडीगढ़:भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफजंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया. दरअसल, पहलवान पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़कर नए संसद भवन की तरफ मार्च करने की कोशिश कर रहे थे. जिस पर पुलिस ने उन्हें रॉयल प्लाजा गोल चक्कर से पहले ही डिटेन कर लिया. मिली जानकारी के अनुसार पहलवान साक्षी मलिक, संगीता फोगाट और बजरंग पूनिया को हिरासत में लिया गया. उनके साथ कई और पहलवान भी मौजूद थे.
पहलवान जिस जगह पर प्रदर्शन कर रहे थे, उस जगह को खाली किया गया. जंतर मंतर से बड़े-बड़े कूलर, खाने-पीने के सामान, टेंट का सामान, गद्दे-फोल्डिंग, पलंग सभी को पुलिस की तरफ से हटाया गया. पहलवानों के टेंट तंबू को पुलिस ने पूरी तरह से उखाड़ दिया. सारे सामान को एक ट्रक में भरकर ले जाया गया. वहीं, हिरासत में लिए गए पहलवानों को अलग-अलग पुलिस स्टेशन में ले जाया गया. उनके साथ काफी संख्या में समर्थक भी हिरासत में लिए गए.
दिल्ली पुलिस के इस रवैये पर और सरकार पर विपक्षी नेताओं ने निशाना साधा है. हरियाणा कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं ने ट्वीट कर सरकार को घेरा है. हरियाणा नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा ने भी ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि 'लोकतंत्र जनसंवाद और जन सम्मान से मजबूत होता है। न्याय की आवाज को कुचलने की कार्यवाही अलोकतांत्रिक है। पहलवान बेटियां देश का गौरव हैं। इनको लाठियां नहीं, न्याय दो !'
वहीं, राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने भी ट्वीट कर सरकार को घेरा है. उन्होंने लिखा है कि 'जिस देश की परंपरा में दुश्मन की बहन-बेटी को भी अपनी बहन-बेटी माना जाता हों, उस देश में साक्षी मलिक और विनेश फोगाट समेत सात देश की गौरव खिलाड़ी बहनों की इज्जत को राजनीति, धर्म, जाति या क्षेत्र के आधार पर कैसे देखा जा सकता हैं? क्या यह राजधर्म हैं?'