डॉक्टर पूनम खन्ना से जानिए एस्पार्टेम क्या है और यह कितना खतरनाक है जानिए. चंडीगढ़: एस्पार्टेम जिसका इस्तेमाल लगातार रोजाना के खाने में किया जा रहा है. 29 जून को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एस्पार्टेम को लेकर एक रिसर्च जारी किया है. डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि चीनी का विकल्प यानी एस्पार्टेम (आर्टिफिशियल शुगर) आम लोगों के लिए कैंसरकारी है. इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (IARC) द्वारा लिस्टिंग अगले महीने होने की संभावना है. 100 से अधिक अध्ययनों में एस्पार्टेम से होने वाले नुकसान के सबूत मिले हैं.
ये भी पढ़ें:Diet Soda Sweetener : डाइट कोला के शौकीन हैं तो हो जाएं सावधान
एस्पार्टेम क्या है?: बता दें कि एस्पार्टेम दुनिया के सबसे आम कृत्रिम मिठास में से एक है. इसका उपयोग डाइट कोक, कोल्ड ड्रिंक, शुगर-फ्री च्युइंग गम, शुगर-फ्री आइसक्रीम आदि में इस्तेमाल किया जाता है. वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन की कैंसर अनुसंधान शाखा ने लोकप्रिय स्वीटनर को संभावित कैंसर जैसी बीमारी को फैलने में मदद करने वाला बताया है.
एस्पार्टेम को लेकर क्या कहती हैं पीजीआई की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर पूनम खन्ना?: पीजीआई डिपार्टमेंट ऑफ कम्युनिटी मेडिसिन एंड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट ऑफ कम्युनिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर तैनात डॉक्टर पूनम खन्ना ने बताया कि डाइट कोक से सावधान रहने की जरूरत है. डॉक्टर पूनम खन्ना के अनुसार, डाइट कोक में आर्टिफिशियल शुगर का इस्तेमाल होता है जो कैंसर जैसी बीमारियों की वजह बनता है. उन्होंने बताया कि 2022 में फ्रांस में एक स्टडी हुई थी, जहां कोल्ड ड्रिंक और डाइट कोक में पाई जाने वाली शुगर यानी एस्पार्टेम को एक खतरनाक सब्सटांस बताया गया था. ये खतरनाक सब्सटांस कैंसर जैसी बीमारियों को उजागर करता है.
ये भी पढ़ें:हरियाणा में इसलिए 60 फीसदी लोग हैं मोटापे का शिकार, डॉक्टर ने बताई ये वजह
सावधान रहें सेहतमंद रहें: उन्होंने कहा है कि, इस तरह की चीजों का सेवन लगातार करने से कई खतरनाक बीमारियों को न्योता दिया जा रहा है. डॉक्टर पूनम खन्ना ने बताया कि, जहां एक कोल्ड ड्रिंक की छोटी सी बोतल में 12 से 13 ग्राम चीनी पायी जाती है. वहीं, अगर घर में नींबू पानी बनाया जाता है तो 200 एमएल पानी में आधा चम्मच चीनी ही डाली जाती है. उसी से मीठेपन का एहसास होता है. उन्होंने कहा कि, डाइट कोक में और आम कोल्ड ड्रिंक में मीठापन का एहसास ना हो इसके लिए फास्फोरिक एसिड का इस्तेमाल होता है. फास्फोरिक एसिड उस ड्रिंक के मिठास के अनुभव को कम कर देता है और एक अलग सा फ्लेवर देता है.
सेहत के लिए खतरनाक हैं ये चीजें: डॉक्टर पूनम खन्ना ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि, किसी भी तरह का खाना खाने के लिए एक मात्रा तय करते हुए सेवन करें. उन्होंने कहा कि, आज के समय में हम पैकेट और बंद बोतलों वाली चीजों का सेवन कर रहे हैं, वह आने वाले समय हमारे शरीर पर खतरनाक प्रभाव डाल सकती हैं.
ये भी पढ़ें:हरियाणा में भारतमाला परियोजना के तहत बनेंगे 3 मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क, इन जिलों में जमीन की तलाश
एस्पार्टेम सेहत के लिए नुकसानदायक: डॉक्टर पूनम ने बताया कि, 1981 में जब मार्केट में कोल्ड ड्रिंक जैसी चीजों को लाया गया था, तो इसके दुष्प्रभाव का एहसास नहीं था. लेकिन, लंबे समय के बाद इससे शरीर पर होने वाले प्रभाव को महसूस किया जा रहा है. एक रिसर्च के मुताबिक जो व्यक्ति डाइट कोक या ऐसे अन्य ड्रिंक का लगातार सेवन करता है, उसे ब्लड कैंसर जैसी शिकायत हो सकती है. इसके साथ ही ओबेसिटी की शिकायत भी लगातार बनी रहती है. इसके अलावा महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर जैसी शिकायत भी देखी गई है. उन्होंने लोगों से अपील की है कि, मौजूदा समय में अपनी डाइट को ध्यान में रखते हुए कोल्ड ड्रिंक जैसी चीजों का सेवन न करें.