चंडीगढ़: एशियन गेम्स की इनामी राशि खिलाड़ियों के खाते में आते ही बवाल शुरू हो गया है. जिन खिलाड़ियों ने कॉमनवेल्थ के साथ एशियन गेम्स में भी मेडल जीते थे, उनकी कॉमनवेल्थ गेम्स की आधी इनामी राशि में कटौती कर दी गई है.
राशि में कटौती होने पर पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फौगाट समेत अन्य खिलाड़ियों ने नाराजगी जताई है. कटौती करने पर पहलवान विनेश फौगाट ने कहा कि वो इस इनामी राशि का चेक सरकार को लौटा देगी.
उन्होंने सरकार से गुजारिश करते हुए कहा कि वो इनामी राशि को वापस ले जाए.
वहीं बजरंग पूनिया ने इसे खिलाड़ियों का अपमान बताया. उन्होंने सरकार को इस फैसले पर दोबारा विचार करने को कहा.
पहलवान योगेश्वर दत्त भी सरकार के इस कदम से नाराज नजर आए. उन्होंने भी ट्वीट के जरिए सरकार से अपील करते हुए कहा कि वो अपने फैसले पर दोबारा विचार करे.
पहलवान गीता फोगाट भी सरकार के इस कदम से नाखुश नजर आई. उन्होंने सरकार से इसपर दोबारा विचार करने की अपील की.
बता दें कि कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स एक ही साल 2018 में हुए थे. दोनों प्रतियोगिताओं में बजरंग पूनिया, विनेश फौगाट, नीरज चोपड़ा, अमित पंघाल, संजीव राजपूत, विकास कृष्ण समेत कई खिलाड़ियों ने मेडल जीते थे.
बजरंग, विनेश और नीरज चोपड़ा के दोनों प्रतियोगिताओं में गोल्ड मेडल थे, बाकी खिलाड़ियों ने कॉमनवेल्थ में गोल्ड तो एशियाड में सिल्वर या ब्रॉन्ज मेडल जीता था. सरकार ने कॉमनवेल्थ गेम्स की इनामी राशि डेढ़ करोड़ रुपये पहले ही इन खिलाड़ियों के खाते में डाल दी थी.
सोमवार को कई खिलाड़ियों के खाते में एशियन गेम्स की कुछ इनामी राशि के नाम पर 75 लाख रुपये डाले गए. बजरंग पूनिया और विनेश फौगाट ने खाते में राशि आने की पुष्टि की.
ये नियम बता रहे हैं अफसर
विनेश और बजरंग ने खाते में राशि की कटौती पर अधिकारियों ने बताया कि एक साल में कोई भी खिलाड़ी एक से ज्यादा मेडल जीतता है तो उसे सबसे बड़े मेडल की पूरी इनामी राशि दी जाएगी. उसके बाद दूसरे मेडल पर 50 प्रतिशत, तीसरे मेडल पर 25 प्रतिशत और उसके बाद मेडल जीतने पर कोई इनामी राशि नहीं मिलेगी.
एशियन गेम्स को सबसे बड़ा मानते हुए उसके मेडल पर सबसे ज्यादा तीन करोड़ रुपये दिए जाएंगे और कॉमनवेल्थ गेम्स के 75 लाख रुपये काट लिए गए हैं. इस पर खिलाड़ियों का कहना है कि ये नियम केवल चैंपियनशिप पर लागू होता है. गेम्स के लिए ऐसा कोई नियम अभी तक नहीं था, अब अचानक ऐसा नियम बताया जा रहा है.
इस मुद्दे पर खेल मंत्री अनिल विज ने सफाई दी और कहा कि हमने खिलाड़ियों का कोई अपमान नहीं किया है. अगर किसी खिलाड़ी को लगता है कि उसे कम राशि मिली है तो वो डिपार्टमेंट में आकर बात कर सकता है. उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को सबसे ज्यादा सम्मान हरियाणा में दिया जाता है.
बता दें कि सरकार ने पिछले चार साल से खिलाड़ी सम्मान समारोह नहीं आयोजित किया था. इस बार ये तय किया गया था कि सरकार पंचकूला में एक सम्मान आयोजित कर सभी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को सम्मानित करेगी. सरकारी रिकॉर्ड्स के अनुसार इस सम्मान समारोह में करीब तीन हजार खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाना था.
सरकार ने ये समारोह ये कहकर रद्द कर दिया था कि इतने खिलाड़ियों को एक साथ एक दिन में सम्मानित नहीं किया जा सकता. इसलिए इनामी राशि उनके अकाउंट में भेजी जाएगी. बवाल तब हुआ जब खिलाड़ियों के अकाउंट में इनामी राशि आधी आई. जिसके बाद से खिलाड़ी सरकार से खासे नाराज नजर आ रहे हैं.