चंडीगढ़: हरियाणा की नारनौंद सीट से पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु को हराने वाले जेजेपी के विधायक रामकुमार गौतम और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के बीच रार बढ़ती जा रही है. हालात ये है कि रामकुमार गौतम का गुस्सा बुधवार को विधानसभा की विधायक गैलरी में भी फूट पड़ा.
रामकुमार गौतम और डिप्टी सीएम में कुछ ठीक नहीं
गुस्सा भी ऐसा फूटा कि इसी गैलरी में मौजूद एक व्यक्ति ने उनका वीडियो बना लिया और देखते ही देखते ये वीडियो सोशल मीडिया पर एकदम से वायरल हो गया. इस वीडियो में हालांकि रामकुमार गौतम के आरोप पुराने ही हैं.
विधायक रामकुमार गौतम का वीडियो वायरल सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है रामकुमार गौतम का वीडियो
जिस अंदाज में उन्होंने अपना गुस्सा डिप्टी सीएम के प्रति जाहिर किया है. उससे ये बात साबित हो गई है कि रामकुमार गौतम और डिप्टी सीएम के बीच रही नाराजगी जल्द खत्म होने वाली नहीं है.
वीडियो में नाराजगी जाहिर कर रहे हैं रामकुमार गौतम
दरअसल, बुधवार को विधानसभा में विधायकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन होना था. इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को पहुंचना था. मगर उनके आने में देरी की वजह से विधायक भी विधानसभा में ही स्थिति अपनी गैलरी में बैठे उनका इंतजार कर रहे थे.
रामकुमार गौतम ने डिप्टी सीएम को खरी-खोटी सुनाई
वहीं विधायक रामकुमार गौतम को भी अन्य विधायकों ने घेर लिया और गपशप शुरू कर दी. बात चलते-चलते डिप्टी सीएम दुष्यंत और दादा गौतम के बीच रही नाराजगी पर पहुंच गई. इस पर दादा गौतम ने भी कन्नी काटने की बजाए अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए डिप्टी सीएम को खरी-खोटी सुनानी शुरू कर दी. तभी शुरू हो गई दादा गौतम की वीडियो रिकार्डिंग.
विधानसभा की गैलरी का है वायरल वीडियो
रामकुमार गौतम ने कहा कि कोई माने या न माने अपनी सीट के साथ-साथ आसपास की सीटें जितवाने में भी मेरा पूरा सहयोग है. वीडियो में ही इस पर एक विधायक उनकी बात को समर्थन देते हुए कहता है हां, ये बात आपने बिल्कुल सही और साइंसटिफिक कही.
दुष्यंत चौटाला पर 11 महकमे डकारने का आरोप
वीडियो में रामकुमार गौतम ने कहा कि डिप्टी सीएम बनने के बाद दुष्यंत ने खुद 11 महकमों पर कब्जा कर लिया है. एक जेजेपी विधायक जो कि बड़े धानक समाज से आते हैं, उसे भी इतका कमजोर मंत्रालय देकर मंत्री बनाया है. बताओ, इसमें अनुप धानक को क्या मिला. सारी उम्र अनुप ने इनके साथ गुजार दी लेकिन फिर भी उसे कोई खास इनाम नहीं मिला.
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'इनके साथ रहकर इंसान को इज्जत नहीं मिल सकती'
रामकुमार गौतम ने कहा कि मेरी तो यही समझ में आ गया है कि इनके साथ रहकर इंसान की इज्जत नहीं हो सकती. रामकुमार गौतम के अनुसार दुष्यंत ने अपने दादा ओमप्रकाश चौटाला और अभय चौटाला को कैसे अलग कर दिया, उनके हाथ कुछ नहीं आया. मैंने भी चुनाव लड़ने से बहुत इंकार किया, मगर इन्होंने मेरा पीछा नहीं छोड़ा, ये जानते थे कि गौतम ही कैप्टन अभिमन्यु को हराएगा और फिर आगे का काम ये कर लेंगे. उनके अनुसार हम तो भोले से लोग थे, तभी हमें मार्गदर्शक मंडल में डाल दिया गया.