चंडीगढ़: शुक्रवार को एग्रो टेक फेयर में से एक सीआईडी एग्रोटेक 2022 की शुरुआत (15th edition of CII Fair begins) की गई. कार्यक्रम में कृषि और खाद्य प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया. भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने प्रदर्शनी का उद्घाटन (Agriculture Exhibition in Chandigarh) किया. बता दें कि 2018 के बाद सीआईआई एग्रो टेक इंडिया-2022 ने अपनी औपचारिक वापसी की है. इसमें 246 प्रदर्शक शामिल हुए. जिसमें इस वर्ष 4 देशों के 27 अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शक मौजूद हुए. भारत का पहला मल्टी-टेम्परेचर पार्ट लोड व्हीकल और ऑस्ट्रेलिया से पॉलीगेन को पहली बार इस फेयर में प्रदर्शित किया गया.
चार दिवसीय एग्रो टेक फेयरके 15वें संस्करण (Agriculture Exhibition inauguration in Chandigarh) को केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय, कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीईडीए) और कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के विशेष सहयोग से करवाया जा रहा है. वहीं फेयर के उद्घाटन करने के लिए विशेषतौर पर भारत के भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पहुंचे.
इस विशेष मौके पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहितसहित हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, और संसद सदस्य (राज्यसभा) व ब्रिक्स एग्री बिजनेस फॉर्म के चेयरमेन विक्रमजीत सिंह साहनी उद्घाटन सत्र में मौजूद रहे. वहीं इस बार एग्रो फेयर में चार अंतर्राष्ट्रीय देश भी हिस्सा ले रहे हैं. जिनके 27 प्रदर्शक की ओर से कृषि से जुड़े नए डिजिटल प्रौद्योगिकी की पेशकश की जानी है.
सीआईआई एग्रो टेक इंडिया 2022 (CII Agro Tech India 2022) के चेयरमेन व आईटीसी लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर संजीव पुरी ने इस मेगा इवेंट पर टिप्पणी करते हुए कहा कि भविष्य के लिए तैयार कृषि में डिजिटल प्रौद्योगिकी की शक्ति का लाभ उठाने के साथ-साथ किसानों की आय के साधन में भी बढ़ोत्तरी होगी. उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में कुछ उभरते अवसरों को प्रदर्शित करने और चर्चा करने के लिए एक प्रभावी मंच होने का जरूरी है. जो देश की आबादी के बड़े हिस्से को आजीविका प्रदान करता है.
सीआईआई एग्रो टेक इंडिया 2022 के को-चेयरमेन व त्रिवेणी इंजीनियरिंग एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर तरुण साहनी ने कहा कि वर्तमान में भारत का कृषि उद्योग एक डिजिटल क्रांति के बीच है, जो कृषि में चुनौतियों को बाजार से जुड़ाव, कुशल फसल, सटीक कृषि और कृषि प्रबंधन आदि जैसे क्षेत्रों में अंतहीन अवसरों की दुनिया में बदल रहा है. जिसका उद्देश्य भारतीय कृषि 4.0 में प्रौद्योगिकियों में एक आदर्श बदलाव लाना है.