चंडीगढ़ :यमुनानगर में जहरीली शराब से मौतों के मामले की गूंज आज हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन सुनाई पड़ी. इनेलो विधायक अभय चौटाला के साथ निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू और कांग्रेस विधायकों ने भी जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर विधानसभा में सवाल उठाए जिस पर गृहमंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि जहरीली शराब के मामले में सख्त कार्रवाई की गई है. साथ ही उन्होंने कहा कि अंबाला में जो फैक्ट्री पकड़ी गई, उसके आरोपी का नाता कांग्रेस पार्टी से है.
जहरीली शराब कांड पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव: इनेलो विधायक अभय चौटाला समेत कई विधायकों ने आज जहरीली शराब मामले में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव दिया था जिस पर आज विधानसभा में चर्चा हुई. अभय चौटाला ने सदन में आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार जहरीली शराब पर लगाम लगाने के मामले में पूरी तरह से नाकाम रही है.
शराब कांड पर बोले गृह मंत्री अनिल विज : हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने जहरीली शराब मामले में सरकार की ओर से अपना जवाब रखा. अनिल विज ने कहा कि जहरीली शराब पीने से 20 लोगों की मौत हुई है. पुलिस ने पूरे मामले में 5 एफआईआर दर्ज की हैं. मामले में 52 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. पुलिस को जांच के दौरान अंबाला में एक फैक्ट्री का पता चला जहां नकली शराब बनाई जा रही थी. इसके सभी आरोपी जेल में हैं, जबकि एक आरोपी की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई. सरकार ने पीड़ित परिवारों को 32 लाख रुपए की मदद भी की है.
अभय चौटाला के सवाल : गृहमंत्री के जवाब पर बोलते हुए अभय चौटाला ने कहा कि गृह मंत्री के जवाब में इतनी खामियां है कि उन्होंने खुद कहा कि मुझसे ऐसे शब्द मत पढ़वाओ. आप देखो आपसे कितना झूठ बुलवाया जाता है. शराब के अलावा नशे के मामले में गृहमंत्री ने जो बयान दिया था, उसमें उन्होंने नशे की ओवरडोज़ से 34 मौतें बताई हैं. एक-एक गांव में सैकड़ों बच्चे नशे की ज्यादा डोज़ से मरे हैं. ऐसा कोई दिन नहीं जाता जब अखबार में नशे की वजह से किसी मौत की खबर ना आई हो. वहीं गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि अगर आपके पास कोई जानकारी है तो हमें दीजिए, हम जांच करवाएंगे. इस पर अभय चौटाला ने कहा कि पिछले सत्र में गृह मंत्री ने जो आंकड़े पेश किए थे और जो आंकड़े लोकसभा भेजे गए थे दोनों में ख़ासा अंतर था. जो शराब के गोदाम बनाए गए हैं उसमें 75 हज़ार से ज्यादा शराब की पेटियां कम पाई गई हैं, इसका जिम्मेदार कौन है ?. अगर सरकार ने उनके खिलाफ कार्रवाई की है तो उनके नाम बताएं. साथ ही लॉकडाउन के दौरान जो गड़बड़ी हुई थी अगर सरकार उस पर कार्रवाई करती तो सरकार को आज कठघरे में खड़ा नहीं होना पड़ता. आपके विभाग ने कहा था कि हम फैक्ट्रियों में सीसीटीवी कैमरे लगाएंगे, क्यूआर कोड लगाएंगे लेकिन कैग की रिपोर्ट के मुताबिक जरूरी नियमों का पालन तक नहीं किया गया. गृहमंत्री अनिल विज ने जवाब देते हुए कहा कि इसके लिए जरुरी कदम उठाए गए हैं।. सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिसकी लाइव फुटेज के लिए उन्हें मुख्यालय से भी जोड़ा गया है. वाहनों में जीपीएस लगाए गए हैं. क्यूआर कोड भी लगना शुरू हो गया है.