चंडीगढ़: केंद्र सरकार 1 फरवरी को बजट पेश करेगी. ऐसे में आम आदमी से लेकर बड़े उद्योगपतियों तक की नजर सरकार के इस बजट पर होगी. बढ़ती मंहगाई को देखते हुए आम लोगों ने इस बजट से उम्मीद लगाई है कि शायद सरकार उनको बजट से निराश नहीं करेगी. इस बजट पर अलग अलग वर्गे के लोगों की अपनी-अपनी राय दी है. वहीं, आम जनता ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बजट में बड़े ऐलान की भी आस लगा रखी है, जो उन सभी वर्गों की उम्मीदों पर खरा उतरे.
संसद का बजट सत्र 1 फरवरी को सुबह 9 बजे से शुरू होगा और दोपहर तक जारी रहेगा. संसद का बजट सत्र छह अप्रैल तक चल सकता है. सत्र की शुरुआत लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त सत्र से होगी. इस दौरान देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोनों सदनों को संबोधित करेंगी. यह उनका संसद के दोनों सदनों में पहला संबोधन होगा. केंद्रीय बजट के माध्यम से सरकार सभी क्षेत्रों को राहत देने की कोशिश करने वाली है. ऐसे में यहां उपलब्ध संसाधनों को देश के सर्वोत्तम हित में विभिन्न मदों में आवंटन सुनिश्चित करने की कोशिश की जाएगी. ऐसा कर देश में सार्वजनिक कल्याण को बढ़ावा देने के लिए चल रही योजनाओं को वित्तपोषित करने के लिए एक बार और जोर देगी ताकि देश की तरक्की से जुड़ी योजनाओं को समय रहते पूरा किया जा सके.
वहीं, केंद्रीय बजट को लेकर सरकार के नुमाइंदों से लेकर आम जनता ने अपनी राय दी है. आम लोगों का सोचना है कि केंद्रीय बजट का एक उद्देश्य गरीबी को खत्म करना और अधिक से अधिक रोजगार मौके देना होना चाहिए. केंद्रीय बजट के माध्यम से सरकार को यह सुनिश्चित करे कि देश के प्रत्येक नागरिक को उचित स्वास्थ्य और शिक्षा की सुविधाएं मिले. इसके साथ ही सरकार को इस बात का भी ध्यान रखना दे कि देश के नागरिक अपने लिए रोटी, कपड़ा और मकान जैसे बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में सक्षम हों.