चंडीगढ़: हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने आयुष्मान भारत योजना के तहत लाभार्थियों पर खर्च की गई राशि के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने कहा कि सरकार ने आयुष्मान भारत योजना में करीब 1.44 लाख लोगों के उपचार पर 169.4 करोड़ रुपए की राशि खर्च की गई है. इससे राज्य के लोगों को उत्कृष्ट अस्पतालों में 5 लाख रुपए तक की नि:शुल्क उपचार सुविधा प्राप्त करवाई जाती है.
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत राज्य के 1,17,335 मरीजों का उपचार प्राइवेट अस्पतालों में करवाया जा चुका है, जिन पर विभाग ने करीब 138.02 करोड़ रुपए खर्च किए हैं. इसके अलावा 26,402 मरीजों का उपचार पब्लिक अस्पतालों में करवाया गया है, जिनके उपचार पर 31.36 करोड़ रुपए की राशि खर्च की गई है. राज्य के 22.49 लाख से ज्यादा लोगों के आयुष्मान भारत के गोल्डन कार्ड बनाए गए हैं, जिनको आधार से लिंक किया गया है.
केंद्र सरकार ने हरियाणा को किया सम्मानित
अनिल विज ने बताया कि इस योजना के अन्तर्गत लाभार्थियों का उपचार करने वाले अस्पतालों का भुगतान निर्धारित समय में किया जा रहा है. इसके लिए केंद्र सरकार ने हरियाणा को देश में सबसे पहले बिलों की अदायगी करने वाले प्रदेश के तौर पर पुरस्कृत भी किया है. आयुष्मान भारत योजना के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. रवि विमल ने बताया कि लोगों की सुविधा के लिए राज्य के सभी सरकारी और पैनल के निजी अस्पतालों में आयुष्मान भारत योजना के कार्ड नि:शुल्क बनाए जाते हैं.इसके लिए कॉमन सर्विस सेंटर पर भी मामूली शुल्क पर ऐसे कार्ड सृजन की सुविधा प्रदान है.
कोविड-19 मरीज भी आयुष्मान योजना में शामिल
उन्होंने बताया कि सरकार ने कोविड-19 मरीजों को भी आयुष्मान भारत योजना में शामिल किया है. डॉ. विमल ने बताया कि प्रदेश के अस्पतालों में स्थानीय सिविल सर्जन की अध्यक्षता में जिला कार्यान्वयन इकाई काम कर रही है, जिनके लिए एक-एक नोडल अधिकारी भी काम कर रहा है. उन्होंने बताया कि राज्य में अभी 530 सरकारी और निजी अस्पताल हरियाणा सरकार के पैनल पर हैं और अन्य अस्पताल भी पैनल पर आने की प्रक्रिया में हैं.
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