चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने कोरोना काल में रोडवेज को घाटे से बचाने और टोल प्लाजा पर टोल टैक्स देने के लिए किराए में बढ़ोत्तरी की. सरकार ने पहले जो टोल 52 स्वारियों पर पढ़ता था. उसे 30 सवारियों में बांट दिया है. जिसका सीधा असर आम लोगों की जेब पर पड़ा है, लेकिन प्रदेश के परिवहन मंत्री इस बात से साफ इंकार कर रहे हैं. उनका कहना है कि रोडवेज बसों का किराया बढ़ाए जाने का दर्द सिर्फ विरोधियों को है. इस का विरोध सिर्फ विपक्षी पार्टी वाले कर रहे हैं.
चंडीगढ़ में उन्होंने कहा कि किराया बढ़ने से लोगों को कोई दिक्कत नहीं है. जबकि विपक्ष इसके ऊपर बेवजह शोर मचा रहा है. क्योंकि उनके पास काम करने के लिए अब कुछ भी नहीं है. परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि लॉकडाउन के चलते बसों में क्षमता से आधी सवारियां ही सफर कर रही हैं. इसलिए सरकार ने टोल टैक्स की बढ़ी हुई दरों को समायोजित करने के लिए रोडवेज की बसों का किराया बढ़ाया है. उन्होंने कहा कि जनता को पता है कि हम कोरोना को मात देने के लिए सब कुछ करने को तैयार हैं.
टोल टैक्स से किराया बढ़ने से जनता नहीं विपक्ष परेशान है वहीं मूलचंद शर्मा ने हरियाणा में चलाई जा रही 425 किलोमीटर आधारित स्कीम की बसों का रोडवेज कर्मचारी यूनियनों की ओर से हो रहे विरोध पर कहा कि ये बसें 2016-17 की पॉलिसी के अनुसार चलाई जा रही हैं और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बाद ये बसें चलाई जा रही हैं. सरकार का इसमें कोई हाथ नहीं है. रोडवेज का बेड़ा बढ़ाने के लिए जल्द ही 867 नई बसें खरीदी जाएंगी. इसके अलावा सरकार ने हाल ही में 20 नई मर्सिडी बसें भी खरीदी है. साथ ही प्रदेश में करीब 5 हजार नई भर्तियां भी हुई हैं.
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आपको बता दें कि हरियाणा की रोडवेज बसों में टोल टैक्स के पैसे को 52 सवारियों में बराबर बांटा जाता था. कोरोना महामारी की वजह से सरकार ने बसों में फिजिकल डिस्टेंसिंग लागू की है. इसके तहत 52 सीटर बसों में अधिकतम 30 सवारियां ही बैठाई जा रही हैं, लेकिन कई जगह टोल टैक्स की दरें बढ़ाई गई हैं, इसलिए अब इसका बंटवारा 52 की जगह 30 सवारियों में होगा. ऐसे में हरियाणा रोडवेज की बसों में सफर करने वाले यात्रियों को पहले से थोड़ा ज्यादा किराया देना पड़ रहा है. प्रदेश के अधिकतर नेशनल और स्टेट हाईवे पर टोल प्लाजा लगे हुए हैं.