चंडीगढ़: आज अंतराष्ट्रीय योग दिवस है. देश ही नहीं पूरी दुनिया आज योग कर रही है. साल 2015 में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत हुई, तब से पूरी दुनिया में योग का डंका बज रहा है. रांची में प्रधानमंत्री मोदी ने तो रोहतक में गृह मंत्री अमित शाह ने योग कार्यक्रम में हिस्सा लिया.
अमित शाह ने योगसान शुरू होने से पहले लोगाें को संबाेधित किया और अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर संदेश दिया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग को वैश्विक स्वरूप दिया. इसके सार्थक परिणाम सामने आ रहे हैं. उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का भी धन्यवाद किया, जिन्होंने योग परिषद का गठन करके एक सराहनीय कदम उठाया है. अमित शाह ने कहा कि आज मैं यहां कोई राजनीतिक बात नहीं करूंगा.
एक तरफ तो अमित शाह ने राजनीतिक बात नहीं करने का दावा किया और फिर अगले ही पल उन्होंने इशारों ही इशारों में विपक्ष पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कुछ लोग टिप्पणी करने वाले हैं. मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि आज योग पूरी दुनिया ने अपनाया है.
लोगों को सीएम मनोहरलाल ने भी संबोधित किया. इस मौके पर मुख्य अतिथियों को पौधे भेंट कर सम्मानित किया गया. योग स्थल पर बनाए गए अलग-अलग सेक्टरों में साधकों ने योगासन किया. समारोह में हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, राज्यमंत्री मनीष ग्रोवर और राेहतक के सांसद अरविंद शर्मा ने योग किया.
योगासन शुरू होने से पहले मुख्य अतिथि अमित शाह और हरियाणा के सीएम मनोहरलाल ने लोगों को संबोधित किया. इसके बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, सीएम मनोहर लाल, खेल मंत्री अनिल विज, राज्यमंत्री मनीष ग्रोवर के साथ 25 हजार लोगों ने योग किया. इस दौरान योग गुरुओं ने योग के विभिन्न आसन कराए.
मुख्य मंच से पतंजलि के अनुभवी योग प्रशिक्षकों ने सुबह सात बजे से से 7 बजकर 45 मिनट तक लोगों को योग के विभिन्न आसन करवाए. समारोह में प्रदेश के मुख्य सचिव डीएस ढेसी, पुलिस महानिदेशक, गृह सचिव, स्वास्थ्य सचिव सहित अन्य अधिकारी भी योग करते नजर आए.
समारोह में 13 सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ समन्वय अधिकारियों की नियुक्ति भी की गई. जो सभी 63 सेक्टरों में पतंजलि के अनुभवी लोगों के साथ मौजूद थे. योग करने वाले सभी योग साधकों के लिए पीने का स्वच्छ पानी, आधुनिक शौचालय, दो तरह के कूड़ादान, पार्किंग और खाने पीने की सामग्री के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए थे. साधकों को योग किट वितरित की गई.
योग प्रशिक्षकों ने लोगों को ग्रीवाचालन, स्कंध संचालन, ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अर्धचक्रासन व त्रिकोणासन, बैठकर करने वाले दंडासन, भद्रासन, वज्रासन, अर्ध उष्ट्रासन, उष्ट्रासन, शशकासन, उत्तानमंडूक व वक्रासन, पेट के बल लेटकर किए वाले मकरासन, भुजंगासन, शलभासन तथा पीठ के बल लेटकर किए वाले सेतुबंधासन, उत्तानपाद आसन, अर्ध हलासन, पवनमुक्तासन व शवासन आदि योगासनों व प्राणायाम का अभ्यास करवाने के साथ कपालभाति, अनुलोम-विलोम, शीतली, भ्रामरी व ध्यान का अभ्यास करवाया. इस अवसर रपर संकल्प व शांति पाठ करवाया गया.