चंडीगढ़: तेलंगाना विधानसभा की महिला एवं बाल विकास से संबंधित कमेटी ने बुधवार को हरियाणा विधानसभा का दौरा (telangana assembly delegation visits haryana) किया. कमेटी में शामिल सदस्यों और अधिकारियों ने विश्व धरोहर विधानभवन का अवलोकन किया और हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता से मुलाकात कर दोनों प्रदेशों की जानकारी एक-दूसरे से साझा की.
तेलंगाना कमेटी की चेयरपर्सन अजमीरा रेखा ने बताया कि उनके प्रदेश में किसी भी किसान की असामयिक मृत्यु होने पर परिवार को 5 लाख रुपये की राहत राशि प्रदान की जाती है. रायतु बंधु योजना के तहत किसानों को प्रति एकड़ 10 हजार रुपये सालाना दिए जाते हैं. इसी प्रकार दलित बंधु योजना के अंतर्गत प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 1500 परिवारों को 10 लाख रुपये प्रदान किए जाते हैं. इन परिवारों का चयन स्थानीय विधायकों की अनुशंसा पर होता है.
तेलंगाना के विधायकों को अपने विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्य करवाने के लिए सांसदों की तर्ज पर हर वर्ष एक करोड़ रुपये की स्वेच्छिक अनुदान भी मिलता है. प्रतिनिधि मंडल में शामिल तेलंगाना विधान परिषद के सदस्य कुरा राघुथम रेड्डी ने तेलंगाना के विधायकों को मिलने वाले वेतन और भत्तों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि तेलंगाना के विधायकों का वेतन 20 हजार रुपये तथा 2 लाख 30 हजार रुपये भत्ते तथा फ्लैट नहीं लेने पर 25 हजार रुपये एचआरए मिलता है.
उन्होंने बताया कि तेलंगाना में हर घर तक सरकार द्वारा मिनरल युक्त पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है. हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने कमेटी को प्रदेश में चल रही विकास योजनाओं की जानकारी दी. इस दौरान हरियाणा और तेलंगाना के सदनों की कार्यवाही और नियमों को लेकर व्यापक चर्चा हुई. दोनों प्रदेशों की विधानसभा कमेटियों की कार्य प्रणाली को लेकर भी जानकारी सांझा की गई. हरियाणा और तेलंगाना के विधायकों के विशेषाधिकारों व उन्हें मिलने वाली सुविधाओं पर भी चर्चा हुई.
हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता (Haryana Vidhan Sabha Speaker Gyanchand Gupta) ने बताया कि हरियाणा में विधायकों के सम्मान को लेकर वे काफी गंभीर हैं. यहां किसी भी स्तर पर विधायकों की अवमानना सहन नहीं जाती. उन्होंने बताया कि विधायक कई लाख लोगों के जन-प्रतिनिधी होते हैं, इसलिए समाज वे समाज में विशेष सम्मान के हकदार हैं. गुप्ता के कमेटियों के कार्यप्रणाली को प्रभावी बनाने के टिप्स भी तेलंगाना के प्रतिनिधिमंडल को दिए.
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उन्होंने कहा कि कमेटियों की बैठकें खानापूर्ति के लिए नहीं होनी चाहिए, बल्कि इनमें जनता से जुड़ी समस्याओं और विकास के मसलों पर गंभीर चिंतन होना चाहिए. जनता को ये विश्वास होना चाहिए कि हमने जिन लोगों को अपना प्रतिनिधी चुना है, वे ईमानदारी से उनके हितों की रक्षा कर रहे हैं. हरियाणा के स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने बताया कि हरियाणा में बुजुर्गों और विधवा महिलाओं को 2500 रुपये पेंशन दी जा रही है. तेलंगाना के प्रतिनिधियों ने बताया कि उनके यहां विधवा, तलाकशुदा एवं अकेली रह रही महिलाओं को 2000 रुपये पेंशन दी जाती है.