चंडीगढ़: 15 जून को दुनिया भर में वर्ल्ड एल्डर एब्यूज अवेयरनेस डे मनाया जा रहा है. इस दिन को मनाने का मकसद लोगों को बुजुर्गों के खिलाफ हो रहे दुर्व्यवहार के बारे में जागरूक करना और उसे रोका जा सके
चंडीगढ़ में 25 % बुजुर्ग है दुर्व्यवहार के शिकार
चंडीगढ़ में बुजुर्गों की स्थिति जानने के लिए 'हेल्प एज इंडिया' नाम की संस्था की ओर से एक सर्वे कराया गया. जिसमें चौकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं.
- 25% बुजुर्ग हैं दुर्व्यवहार का शिकार
- 29% लोग बुजुर्गों को समझते है बोझ
- 15% लोग बुजुर्गों की सेवा करना बोझ मानते है
- 35% लोग अपने घर में मौजूद बुजुर्गों से है नाखुश
चंडीगढ़ में 25 % बुजुर्ग है दुर्व्यवहार के शिकार
खराब आर्थिक स्थिति है बड़ा कारण
इस रिपोर्ट को तैयार करने वाले हेल्प एज इंडिया संस्था के सदस्यों ने बताया की बुजुर्गों के साथ दुर्व्यवहार होना और उन्हें अपने ऊपर बोझ समझने का सबसे बड़ा कारण लोगों की आर्थिक स्थिति है, क्योंकि बुजुर्गों के लिए ज्यादातर पैसा स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च होता है. जिस वजह से लोग बुजुर्गों से परेशान हो जाते हैं.
बुजुर्गों का इलाज मुफ्त कराने की मांग
सर्वे में लोगों ने कहा कि वो चाहते हैं कि सरकार उन्हें बुजुर्गों के पालन के लिए आर्थिक सहायता दे. इसके साथ ही लोगों ने बुजुर्गों के इलाज को मुफ्त कराने की भी मांग की. सर्वे कराने वाली संस्थान की ओर से बुजुर्गों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है. कोई भी 1800 -180 -1253 नंबर पर कॉल कर मदद मांग सकता है.