चंडीगढ़: किसानों के आंदोलन और सरकार की सहमति के बाद हरियाणा में सूरजमुखी की रिकॉर्ड खरीददारी हुई है. प्रदेश में पहली बार हरियाणा राज्य सहकारी वितरण एवं आपूर्ति विपणन प्रसंघ (हैफेड) सूरजमुखी की खरीद कर रहा है. 14 जून को सरकार ने किसानों के भारी प्रदर्शन के बाद उनकी मांगे मानते हुए सूरजमुखी का दाम बढ़ा दिया था. अब इसके साथ ही प्रदेश में 6400 रुपये प्रति क्विंटल की दर से सूरजमुखी की खरीद हो रही है जो अन्य राज्यों की तुलना में 1500-2000 रुपये प्रति क्विंटल अधिक है.
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हैफेड के अध्यक्ष कैलाश भगत ने गुरुवार को इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि कुरुक्षेत्र जिले की 6 मंडियों में सूरजमुखी की खरीद का कार्य चल रहा है. हैफेड द्वारा अब तक कुरूक्षेत्र की मंडियों से 14 हजार 633 मीट्रिक टन और अम्बाला की मंडियों से 6 हजार 419 मीट्रिक टन सूरजमुखी की खरीद की जा चुकी है. हरियाणा में सूरजमुखी का दाम पहले 4800 रुपये प्रति क्विंटल था, जिसे बाद 5000 हजार कर दिया गया.
हैफेड अध्यक्ष ने बताया कि हैफेड द्वारा सूरजमुखी बीज की खरीद पहले 4800 रुपये प्रति क्विंटल की दर से शुरू की गई थी और अब यह 5000 रुपये प्रति क्विंटल कर दी गई है. इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार किसानों को 1400 रुपये प्रति क्विंटल की भावांतर भरपाई योजना की राशि भी दी जा रही है. जिसके बाद सूरजमुखी का दाम 6400 रुपये प्रति क्विंटल हो जाता है.
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आपको बता दें कि 6 जून को सूरजमुखी के एमएसपी को लेकर किसानों ने प्रदर्शन किया था. इस प्रदर्शन को खत्म करने के लिए पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया था. कई किसानों को जेल के अंदर डाल दिया गया. इसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर कुरुक्षेत्र में 12 जून को महापंचायत बुलाई गई. किसानों ने नेशनल हाइवे जाम कर दिया. कई दौर की बातचीत के बाद सरकार सूरजमुखी का दाम बढ़ाने और गिरफ्तार किसानों को रिहा करने पर सहमत हो गई.
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