चंडीगढ़ःएक तरफ जहां देश के अलग-अलग हिस्सों में सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा हैं तो वहीं विपक्षी दल भी बीजेपी को लगातार घेरने की कोशिश कर रहे हैं. देश भर में हो रहे प्रदर्शनों के बीच बीजेपी के कई नेता अलग-अलग स्थानों पर लोगों को जागरूक करने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में सरकार एक ओर जहां इस मामले को ठंडा करने में जुटी हुई है तो वहीं हरियाणा में ही बीजेपी के विधायक लीलाराम गुर्जर इस प्रदर्शन की आग को घी देने का काम कर रहे हैं. विधायक लीला राम ने एक विवादित बयान दिया जो बीजेपी की मुश्किलें और बढ़ा सकता है.
गुर्जर का बयान बढ़ा सकता है बीजेपी की मुसीबतें
सीएए और एनआरसी को लेकर चल रहे विवाद के बाद बीजेपी लगातार लोगों से अपील करते हुए लोगों को समझाने का प्रयास कर रही है कि कानून में किसी भी किसी की भी नागरिकता जाने का कोई सवाल नहीं है. वहीं बीजेपी के कैथल से विधायक लीलाराम गुर्जर ने पार्टी के प्रयासों से अलग बयान देकर पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी है. विधायक के विवादित बयान पर अब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला सफाई देते और विधायक की बात का मतलब समझाते नजर आ रहे है. बराला ने कहा कि विधायक ने किसी को भी देश से निकालने की बात नहीं की है वो केवल पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देने की बात कर रहे थे.
लीलाराम गुर्जर का बयान
CAA के समर्थन में कैथल से बीजेपी विधायक लीला राम गुर्जर ने जमकर बयानबाजी की. गुर्जर ने कहा कि मियां जी! अगर पीएम मोदी का इशारा मिला तो एक घंटे में सफाया कर देंगे. वो यहीं नहीं रुके उन्होंने एक के बाद एक आग उगलते शब्दों का इस्तेमाल करते हुए महात्मा गांधी और जवाहर लाल नेहरू पर टिप्पणी की. गुर्जर ने ये भी कहा है कि ये मनमोहन सिंह का भारत नहीं है, गांधी-नेहरू का भारत नहीं बल्कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह का भारत है.