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दीपावली के बाद पराली जलाने में आई भारी कमी, पंजाब में हरियाणा से 5 गुना ज्यादा मामले - Pollution on Diwali

दीपावली के दिन यानी सोमवार को जहां पंजाब और हरियाणा में बड़ी संख्या में पराली जलाने के मामले आए थे वहीं मंगलवार यानी दीपावली के बाद पराली जलाने के मामलों में भारी कमी देखी गई है. जो कि पिछले दिनों के मुकाबले बहुत कम है. एक तरफ जहां दीपावली के दिन पराली जलाने की पंजाब और हरियाणा में 12 सौ से अधिक मामले सामने आए थे तो वहीं मंगलवार को महज 200 के करीब पराली जलाने के केस मिले.

हरियाणा में पराली जलाने के मामले
हरियाणा में पराली जलाने के मामले

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Published : Oct 26, 2022, 6:48 AM IST

Updated : Oct 26, 2022, 7:19 AM IST

चंडीगढ़: दीपावली के बाद यानी मंगलवार को रियल टाइम मॉनिटरिंग डाटा के मुताबिक पंजाब में पराली जलाने के 181 मामले सामने आए हैं. जबकि हरियाणा में ये आंकड़ा 12 का है. जबकि उत्तर प्रदेश में 9 और दिल्ली के साथ ही मध्य प्रदेश में जीरो मामले. वहीं राजस्थान में 4 मामले सामने आए हैं. यानी दीपावली गुजरने के बाद मंगलवार को इसमें भारी गिरावट दिखाई दी है.

दीपावली के दिन पंजाब में अचानक पराली जलाने के मामले एक ही दिन में एक हजार को पार कर गए थे. जबकि हरियाणा में आंकड़ा ढाई सौ था. रियल टाइम डाटा के मुताबिक पंजाब में दीपावली के दिन यानि सोमवार को 1019 पराली जलाने के मामले सामने आए थे. जबकि हरियाणा में इसी दिन 250 पराली जलाने के मामले पाये गये. यानी इन दोनों राज्यों में दीपावली के मौके पर एक ही दिन में पराली जलाने के मामले 1269 थे. वहीं मंगलवार को दोनों राज्यों का पराली जलाने का आंकड़ा 193 है.

पराली जलाने के मामले.

रियल टाइम डाटा के मुताबिक पिछले 15 सितंबर से अभी तक पंजाब में पराली जलाने के मामले 5798 हैं. वहीं हरियाणा में यह आंकड़ा 1372 हो चुका है. जबकि उत्तर प्रदेश में 561, मध्यप्रदेश में 210 राजस्थान में 102 और दिल्ली में पांच है. इधर दीपावली के बाद ट्राइसिटी चंडीगढ़ में एक्यूआईक स्तर बढ़ गया.

हरियाणा में पराली जलाने के मामले.

सुबह ट्राइसिटी में एक्यूआई का स्तर 177 था. जिससे प्रदूषण का स्तर सीधे ग्रीन से येलो जोन में पहुंच गया था. पंचकूला में यह 134 और मोहाली में 180 था. मंगलवार को पंजाब और हरियाणा दोनों राज्यों के ज्यादातर शहर में एक्यूआई का स्तर ऑरेंज जोन में था. इन शहरों में प्रदूषण का स्तर 200 से ढाई सौ के करीब था. हरियाणा में सबसे ज्यादा प्रदूषण का स्तर 316 फरीदाबाद में रहा. जबकि पंजाब के लुधियाना में यह 266 था.

ये भी पढ़ें- पराली जलाने के मामले पंजाब में सबसे ज्यादा, पाकिस्तान की पराली भी भारत में प्रदूषण के लिए हो सकती है जिम्मेदार

Last Updated : Oct 26, 2022, 7:19 AM IST

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