चंडीगढ़: भागदौड़ भरी जिंदगी और काम के दबाव की वजह से आज के समय में हर तीसरा आदमी डिप्रेशन से जूझ रहा है. डिप्रेशन की वजह से ही बॉलीवुड स्टार सुशांत सिंह राजपूत ने रविवार को आत्महत्या कर ली. वर्तमान समय में अवसाद या मनोरोग से पीड़ित मरीजों की संख्या करोड़ों में हैं. वहीं कोरोना ने और नया डर पैदा कर दिया है. कोरोना के संक्रमित मरीज भी इसके डर से जूझ रहे हैं.
कोरोना वायरस को लेकर लोग डरे हुए हैं इसलिए हरियाणा मुख्य सचिव ने निर्देश दिए हैं कि इस समय लोगों के मनोबल को बनाए रखना जरूरी है. जो रोगी कोरोना को मात देकर स्वस्थ हो चुके हैं और जो लोग होम आइसोलेशन में रहकर कोरोना के खिलाफ जिंदगी की जंग जीत चुके हैं. ऐसे सभी लोगों की कहानियां अन्य लोगों तक पहुंचाई जाए. जिससे मनोवैज्ञानिक दृष्टि से लोगों का मनोबल मजबूत हो सके.
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'आपातकालीन स्थिति से निपटने को तैयार रहें अधिकारी'
मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने सोमवार को सभी जिलों में कोविड-19 के लिए नियुक्त सुपरवाईजरी अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि सभी जिलों में कोविड केयर सेंटरों को अस्पतालों के साथ लिंक किया जाए और इन सेंटरों पर एक अधिकारी की विशेष तौर पर डयूटी लगाई जाए. जो सभी प्रकार की व्यवस्थाओं के बारे में उत्तरदायी होगा. अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में ऑक्सीजन सिलेंडरों की उपलब्धता सुनिश्चित करें. उन्होंने निर्देश दिए कि अब कंटेनमेंट जोन पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी करने की व्यवस्था पर बल दिया जाए.