चंडीगढ़:आज विश्व पर्यटन दिवस है. सबसे पहले 1980 में इस दिन को मनाना शुरू किया गया था, तब यूनेस्को ने पर्यटकों के लिए एक अलग से कानून बनाया था. तभी से ये दिन हर साल 27 सितंबर को मनाया जाता है. इसको मनाने का मकसद देश विदेश के अलग-अलग इलाकों में रहने वाले लोगों को दूसरे देशों और इलाकों की सभ्यता, संस्कृति, रहन-सहन के बारे में बताना है.
शिवालिक की पहाड़ियों के बीच बसा है चंडीगढ़
अब बात विश्व पर्यटन दिवस की हो और ब्यूटीफुल सिटी चंडीगढ़ का इसमें जिक्र ना हो तो ये दिन पूरा नहीं हो सकता. चंडीगढ़ का जिक्र किए बिना विश्व पर्यटन दिवस की कल्पना बेईमानी होगी. शिवालिक की पहाड़ियों के बीच बसा चंडीगढ़ एक ऐतिहासिक और हरा भरा शहर है. जहां पर हर कोई अपना आशियां बनाना चाहता है.
चंडीगढ़ में है एशिया का सबसे बड़ा रोज गार्डन
पर्यटन की दृष्टि से चंडीगढ़ में ऐसी अनेक ऐतिहासिक जगह हैं, जहां पर्यटकों को आकर्षिण बना रहता है. एशिया के सबसे बड़े रोज गार्डन की बात हो या पत्थरों के शहर रॉक गार्डन की बात तो सब चंडीगढ़ में ही है. दरअसल चंडीगढ़ दुनिया के महान वास्तुकार ली कार्बुजिए की वास्तु का एक अद्भुत नमूना है.
चंडीगढ़ में पर्यटकों के लिए पर्यटन विभाग अनेक तरह की सुविधाएं उपलब्ध करवा रहा है. चंडीगढ़ में आने वाले पर्यटकों के लिए शहर में एक ओपन डबल डेकर बस चलाई जा रही है. जिसमें पर्यटक बैठकर पूरे शहर की मुख्य जगहों का नजारा लेते हैं.