आगरा/चंडीगढ़: जिले में आयोजित 23वीं राष्ट्रीय सीनियर महिला कुश्ती चैंपियनशिप में शनिवार को बड़ा उलटफेर हुआ. यहां 62 किलोग्राम वर्ग के फाइनल मुकाबले में सोनम ने ओलंपियन साक्षी मलिक को पछाड़ दिया. अपने से जूनियर सोनम से पटखनी खाकर ओलंपियन साक्षी मलिक बेहद मायूस दिखीं. बिना पुरस्कार लिए ही वह वहां से रवाना हो गईं.
ये भी पढ़ें- सांगवान खाप की सर्वजातीय पंचायत का फैसला: बीजेपी-जेजेपी नेताओं का करेंगे सामाजिक बहिष्कार
ईटीवी भारत ने सोनम से एक्सक्लुसिव बातचीत की. ईटीवी भारत से सोनम ने कहा कि पहले भी साक्षी दीदी को पछाड़ चुकीं हूं. अब मेरा फोकस ओलंपिक पर है. आगरा के गांव लड़ामदा में दो दिवसीय राष्ट्रीय सीनियर महिला चैम्पियनशिप में ओलंपियन साक्षी मलिक को कुश्ती में पटखनी देने के बाद सोनम एकदम सुर्खियों में आ गईं हैं.
पहलवान सोनम ने साक्षी मलिक को हराया इस चैंपियनशिप की वह स्टार बन गईं हैं. सोनम को बधाई देने के लिए साथी पहलवानों की भीड़ लग गई. लोग भी उनके साथ सेल्फी और फोटो खिंचवाने के लिए उमड़ पड़े. ईटीवी भारत से बात करते हुए सोनम ने कहा कि, आज की जीत से मुझे बहुत अच्छा लग रहा है. मैं बहुत खुश हूं. पहले भी मेरी और साक्षी दीदी की दो बार कुश्ती हो चुकी है.
ये भी पढ़ें- 26 जनवरी के दिन लाल किले पर हिंसा कैसे हुई? सरकार को इसका जवाब देना पड़ेगा- कुमारी सैलजा
ओलंपिक के लिए तैयारी
सोनम ने कहा कि मैं दोनों ही बार साक्षी दीदी को हरा चुकी हूं. तब भी अच्छी कुश्ती हुई थी. आज की कुश्ती भी अच्छी रही. सोनम का कहना है कि अब ओलंपिक के लिए कैंप लगना है. जिसमें वह ओलंपिक के लिए तैयारी करेंगी. उन्होंने कहा कि वह कोच और अपने पिता के बताए शिड्यूल को फॉलो कर रही हैं. जिससे ओलंपिक में क्वालीफाई करें सकें. उन्होंने यह भी बताया कि उनकगे पिता भी पहलवान रहे हैं.
ये भी पढ़ें- अब 31 जनवरी शाम 5 बजे तक बंद रहेगा हरियाणा के 17 जिलों में मोबाइल इंटरनेट
'आर्मी से रिटायर्ड हैं मेरे कोच'
सोनम ने बताया कि उनका भाई भी रेसलर है. वह भी रेसलिंग करता है. उनके कोच आर्मी से हैं जो उनके पिताजी के दोस्त हैं. उन्होंने आर्मी से रिटारय होने के बाद गांव में ही एकेडमी खोल रखी है. जहां पर वह प्रैक्टिस करती हैं. सोनम की जीत पर उनके पिता पहलवान राजेंद्र और कोच बेहद खुश नजर आए. उनके पिता राजेंद्र और कोच भी सोनम के ओलंपिक के लिए क्वालीफाई को लेकर जी-तोड़ मेहनत कर रहे हैं.