चंडीगढ़:हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह पर लगे छेड़छाड़ के आरोप के मामले में चंडीगढ़ पुलिस अब और सक्रिय होती (haryana Minister Sandeep Singh update) दिखाई दे रही है. इस मामले में चंडीगढ़ पुलिस ने घटना के वक्त पीड़ित महिला के पहने गए कपड़ों को पीड़िता से ले कर अपने कब्जे में ले लिये है. इसके बाद इस मामले में पुलिस ने एक और धारा को जोड़ दिया है. इस मामले में दायर हुई एफआईआर में पुलिस ने 509 धारा को (Another section related to molestation case) जोड़ा है. पहले मामले में IPC की धारा 354, 354ए, 354 बी, 342 और 506 के तहत केस दर्ज हुआ था.
वहीं हरियाणा के राज्यपाल ने भी एक नोटिफिकेशन जारी की है. जिसके तहत बताया गया है कि संदीप सिंह से खेल एवं युवा मामले विभाग वापिस ले लिया गया है. अब फिलहाल गांव विभाग मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पास रहेगा. दरअसल 1 जनवरी को हरियाणा मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ जूनियर कोच से छेड़छाड़ के मामले में चंडीगढ़ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी. जिसके बाद उन्होंने एक बयान जारी कर कहा था कि उन्होंने अपना विभाग मुख्यमंत्री मनोहर लाल को सौंप दिया है. इसी को लेकर आज राज्यपाल की ओर से अधिसूचना जारी की गई. जिसके तहत की और जानकारी दी गई कि अब खेल एवं युवा मामले का विभाग मुख्यमंत्री के पास है.
इधर इसी मामले को लेकर शनिवार को चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party protested in Chandigarh) की यूथ विंग में भी जोरदार प्रदर्शन किया. यूथ विंग अध्यक्ष अरुण हुड्डा के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह के घर के घेराव का प्रयास किया. हालांकि चंडीगढ़ पुलिस द्वारा संदीप सिंह के घर से जुड़ी पर बैरिकेडिंग की गई थी. जिसकी वजह से आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता संदीप सिंह के घर तक नहीं पहुंच सके और उन्हें वहीं से ही हिरासत में ले लिया गया. आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता मांग कर रहे थे कि संदीप सिंह को मंत्री पद से बर्खास्त किया जाए और उन्हें गिरफ्तार किया जाए.
इधर इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता अनुराग टंडन अभी चंडीगढ़ में प्रेस वार्ता की. जिसमें उन्होंने कहा कि पेहवा में मंत्री संदीप सिंह के हल्के में उनके कृत्यों को आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता बेनकाब करेंगे. वहीं उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मांग की कि वे संदीप सिंह को मंत्री पद से हटाए. इसके साथ ही उन्होंने मांग की कि संदीप सिंह हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन के पद से भी इस्तीफा दें. वहीं उन्होंने कहा कि आप खेल प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों ने पंजाब के और हरियाणा के राज्यपाल से इस मामले में मिलने का समय मांगा है.
बता दें कि हरियाणा के खेल मंत्री रहे संदीप सिंह पर जूनियर कोच ने छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया हुआ है. जिसके तहत चंडीगढ़ पुलिस ने उनके खिलाफ एफ आई आर दर्ज की हुई है. वहीं इस मामले में चंडीगढ पुलिस ने एसआईटी का भी गठन किया है. वहीं संदीप सिंह से पूछताछ को लेकर SIT कि चीफ पलक गोयल ने आज सिर्फ इतना कहा कि इस मामले में एसआईटी टीम की जांच जारी है और हर एंगल पर इस मामले की जांच की जा रही है.
बता दें कि संदीप सिंह बीते कल अपने घर से 11:25 के करीब अपनी पर्सनल गाड़ी से निकले थे. लेकिन उसके बाद में वापस नहीं लौटे. माना जा रहा है कि संदीप सिंह मीडिया के दबाव की वजह से अपने सरकारी आवास से कहीं दूसरे स्थान पर चले गए हैं. इससे पहले 4 जनवरी को एसआईटी की टीम संदीप सिंह के सरकारी आवास पर पहुंची थी जहां उन्होंने क्लाइंसीन को रीक्रिएट भी किया था. इस दौरान पीड़ित को भी वहां मौके पर लाया गया था.
क्या है पूरा मामला: बता दें कि 29 दिसंबर 2022 को नेशनल एथलीट और जूनियर कोच ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह पर कई सनसनीखेज आरोप लगाए थे. जूनियर कोच ने कहा कि, खेल मंत्री ने इंस्टाग्राम के जरिए उससे कॉन्टैक्ट किया था. जूनियर कोच का आरोप है कि, खेल मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि मेरी बात मानने पर सभी सुविधाएं और मनचाही जगह पोस्टिंग मिलेगी. जब बात नहीं मानी तो उसके बाद तबादला कर दिया गया और ट्रेनिंग तक रोक दी गई. पीड़िता के अनुसार प्रेस कॉन्फ्रेंस करने से पहले घटना की शिकायत के लिए डीजीपी कार्यालय, सीएम हाउस और गृह मंत्री अनिल विज हर स्तर पर प्रयास किया. (sports minister sandeep singh matter update)
पीड़िता ने कहा कि उसकी कहीं सुनवाई नहीं हुई:वहीं, जूनियर के द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के बाद 29 दिसंबर को ही कैबिनेट मंत्री संदीप सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उनके ऊपर लाए गए सभी आरोपों को निराधार बताया. इसके साथ ही उन्होंने सीएम मनोहर लाल से इस मामले में जल्द से जल्द जांच की मांग की थी. ताकि स्थिति स्पष्ट हो सके. इसके बाद 1 जनवरी, 2023 को कैबिनेट मंत्री संदीप सिंह ने जांच रिपोर्ट आने तक अपना विभाग सीएम को सौंप दिया था.