मुख्य अतिथियों ने रोज फेस्टिवल की जमकर तारीफ की. चंडीगढ़: तीन दिवसीय रोज फेस्टिवल आज से शुरू हो गया. फेस्टिवल के उद्घाटन के बाद आम लोगों को एंट्री दी गई. चंडीगढ़ प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ने चंडीगढ़ में 51वां रोज फेस्टिवल का उद्घाटन किया. इसके बाद उन्होंने पंडाल में हुए कार्यक्रम के दौरान फेस्टिवल के ब्रोशर को लांच किया. जिसमें तीन दिवसीय रोज फेस्ट के कार्यक्रमों का ब्यौरा दिया गया है. इससे पहले सांस्कृतिक संगीत और कथक कलाकारों ने यहां आए मेहमानों का स्वागत किया. फेस्टिवल में हर तरफ गुलाब के फूलों की महक फैल रही थी.
फेस्टिवल में फूलों से बेहतरीन सजावट की गई है. रोज फेस्टिवल के कार्यक्रम की शुरुआत चंडीगढ़ के मेयर अनूप गुप्ता ने की. उन्होंने कार्यक्रम में आए मेहमानों का स्वागत किया. उन्होंने पंडाल में बैठे चंडीगढ़ के पार्षदों और आम लोगों का स्वागत किया. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के पार्षदों ने रोज फेस्टिवल के कार्यक्रम में शिरकत नहीं की. चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर ने कहा कि वह पिछले 9 सालों से इस फेस्टिवल का हिस्सा बन रही हैं.
रोज फेस्टिवल में गुलाब की 650 किस्में प्रदर्शित की गई हैं. पढ़ें:Chandigarh Rose Festival 2023: तीन दिवसीय रोज फेस्टिवल 17 फरवरी से होगा शुरू, जानिए इस बार क्या है खास
इस फेस्टिवल में फूलों की प्रदर्शनी देखकर उन्हें बहुत खुशी महसूस होती है कि वे भी इस शहर का हिस्सा हैं. इस दौरान उन्होंने प्रशासन के साथ-साथ खासतौर पर मालियों द्वारा की गई सजावट की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि पिछले 2 सालों से वे रोज फेस्टिवल का आनंद नहीं ले पाई थी, लेकिन इस बार चंडीगढ़ रोज फेस्टिवल 2023 की सजावट बयां करती है कि सभी मालियों की तरफ से काफी मेहनत की गई है.
यहां की गैलरी में गुलाब की विभिन्न किस्मों के बारे में बताया गया है. पढ़ें:भिवानी का जोगीवाला मंदिर, जहां महाशिवरात्रि पर चढ़ती है सबसे ज्यादा कावड़
चंडीगढ़ रोज फेस्टिवल में मुख्य मेहमान के तौर पर पहुंचे चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित ने कहा कि चंडीगढ़ के तीन दिवसीय रोज फेस्टिवल को पंजाब, हरियाणा व अन्य राज्यों के लोगों को यहां आकर जरूर देखना चाहिए. क्योंकि यह चंडीगढ़ की एक धरोहर है. इस दौरान उन्होंने कहा कि फूलों का आभारी हम सभी को होना चाहिए. भारतीय संस्कृति में फूलों की अलग ही पहचान है. भगवान की पूजा से पहले भी उन्हें फूल ही अर्पण किए जाते हैं. खुशी हो या गम के पल, फूलों को सबसे पहले रखा जाता है. ऐसे में फूलों के इस त्यौहार का सभी को परिवार सहित आनंद लेना चाहिए.