चंडीगढ़: मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के परियोजना निदेशक डॉ. राजेश गुप्ता ने अंत्योदय सरल प्रोजेक्ट के नोडल अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक में डॉ. राकेश गुप्ता ने कृषि, विपणन बोर्ड और अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के बेहतर प्रदर्शन के लिए अधिकारियों की तारीफ की.
मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के निदेशक ने की समीक्षा बैठक ये भी पढ़ें:जींद: सुनिए नेता जी! आपके विधानसभा में हुए विकास कार्यों पर क्या है जनता की राय?
क्लर्क पर लगा रिश्वत लेने का आरोप
समीक्षा बैठक में एच.एस.आई.आई.डी.सी के नोडल अधिकारी नहीं पहुंचे जिस पर डॉ. राजेश गुप्ता ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए. बैठक में डी.एच.बी.वी.एन के अंतर्गत एक मामला सामने आया. जिसमें क्लर्क दीपक कुमार पर लोगों को 3 फेज का मीटर लगाने का दबाव बनाने और ऐसा नहीं करने पर15 हजार रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगा. जिस पर संज्ञान लेते हुए डॉ. राजेश गुप्ता ने आरोपी क्लर्क पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
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'सरल कॉल सेंटर ऑपरेटरों की ट्रेनिंग जल्द पूरी करें अधिकारी'
मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के परियोजना निदेशक ने विभागों को अंत्योदय पोर्टल के टिकटिंग सिस्टम पर आने वाली टिकटों पर भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए. उन्होंने नोडल अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अगर किसी विभाग द्वारा कोई आवेदन रद्द किया जाता है तो उसका सही कारण बताया जाए. उन्होंने कहा कि जिन विभागों ने सरल कॉल सेंटर ऑपरेटरों की ट्रेनिंग अभी तक नहीं करवाई है वो जल्द ट्रेनिंग करवाएं ताकि ऑपरेटरों को संबंधित विभागों द्वारा दी जा रही योजनाओं और सेवाओं की पूरी जानकारी मिल सके.