चंडीगढ़:ये बात लगातार सामने आ रही है कि कोरोना वायरस हवा के जरिए लोगों को संक्रमित कर सकता है और वायरस हवा में कई घंटों तक बना रह सकता है. इसी को लेकर वैज्ञानिकों ने एक रिसर्च की. इस रिसर्च में ये सामने आया कि अगर किसी जगह पर कोई संक्रमित व्यक्ति आया तो उसके जाने के बाद 2 घंटे तक वायरस हवा मे रह सकता है और दूसरों को भी संक्रमित कर सकता है.
बता दें कि ये बात एक ज्वाइंट प्रैक्टिकल रिसर्च में सामने आई है. इंस्टीट्यूट ऑफ माइक्रोबियल टेक्नोलॉजी चंडीगढ़, सेंट्रल इंस्ट्रूमेंटेशन साइंटिफिक ऑर्गेनाइजेशन (सीएसआईओ) चंडीगढ़, सीसीएमबी हैदराबाद और सीएसआईआर की लैब की ज्वाइंट रिसर्च के आधार पर काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च ने देश भर के लिए गाइडलाइंस भी जारी की हैं.
सीएसआईआर की तरफ से वैज्ञानिकों को ये कहा गया था कि वो इसके लिए दवा रहित उपाय निकालें. इसके लिए वैज्ञानिकों ने पिछले हफ्ते ही नई गाइडलाइन तैयार की थी जिसमें नेशनल बिल्डिंग कोड एनसीबी 2016 में बदलाव की सिफारिश की गई थी. गाइडलाइंस के अनुसार रेजिडेंशियल एरिया और ऑफिस में बदलाव की सिफारिश की है. ज्यादा से ज्यादा वेंटिलेशन रखने की बात कही गई है.
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इमटेक चंडीगढ़ ने अपनी प्रैक्टिकल रिसर्च के जरिए बताया है कि संक्रमित व्यक्ति के कमरे से जाने के बाद भी 2 घंटे तक हवा में वायरस रहता है. गाइडलाइंस में कहा गया है कि 2 गज की दूरी नाकाफी है. संक्रमण से बचना है तो कम से कम 2 मीटर की दूरी होनी चाहिए.