चंडीगढ़: हमारे देश में कहा जाता है कि 'जहां नारियों की इज्जत होती है, वहां भगवान का वास होता है' फिर भी यहां पर महिलाओं पर अन्य किसी देश की तुलना में ज्यादा अपराध होता है. ये जान कर शर्म महसूस होगी कि आज भी दहेज लोभी अपनी नवविवाहित बहुओं को मौत के घाट उतारने से गुरेज नहीं करते. हरियाणा में हर 5 दिन में 3 दहेज हत्या के मामले दर्ज होते हैं.
ये 21वीं सदी है. महिलाओं से होने वाले अपराधों के खिलाफ कानून पहले से कई गुना सख्त हुआ है. व्यवस्था है. समाज को जागरूक किया जा रहा है, लेकिन मामले पहले से लगातार बढ़ते जा रहे हैं.
साल | रेप | दहेज | हत्या |
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2014 | 1292 | 292 | 1688 |
2015 | 1199 | 242 | 1926 |
2016 | 1179 | 260 | 1795 |
2017 | 1328 | 244 | 2141 |
2018 | 1758 | 222 | 2936 |
NOV-2019 तक | 1529 | 218 | 2542 |
महिलाओं से अपराध रुक नहीं पा रहा है. दुष्कर्म, छेड़छाड़ और दहेज के मामलों पर अंकुश नहीं लग पा रहा. हालात ये हैं कि बेटियां घर से अकेली निकलने से डरती हैं. बेटियों से सरेराह दरिंदगी इसकी सुबूत हैं. घटनाएं होने के बाद इन पर सियासत भी खूब होती है. सरकार ने हर जिले में महिला थाने खोले, दुर्गा शक्ति एप भी शुरू किया, महिला हेल्पलाइन की भी शुरुआत हुई, लेकिन महिलाओं से अपराध के मामले कम नहीं हुए.