चंडीगढ़: हरियाणा कृषि और किसान कल्याण विभाग ने इस साल बोई गई बाजरे की फसल के वेरिफिकेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी है. ये प्रक्रिया अगले 10 सितंबर तक पूरी कर ली जाएगी. इस साल सरकार ने सिर्फ उस बाजरे को खरीदने का फैसला लिया है, जिसका रजिस्ट्रेशन किसानों ने मेरी फसल मेरी ब्योरा पर कराया होगा.
कृषि और किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल ने बताया कि ये सुनिश्चित करने के लिए कि किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिले और राज्य का पैसा पड़ोसी राज्यों से आने वाली फसलों पर खर्च न हो. हरियाणा सरकार ने इस साल सिर्फ वही बाजरा खरीदने का निर्णय लिया है, जिसका विवरण किसानों ने पहले ही मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर जमा करवा दिया है और अधिकारियों द्वारा इसे सत्यापित किया जा चुका है.
सचिव संजीव कौशल ने बताया कि इसलिए, फसल डेटा का पूर्ण और समय पर सत्यापन सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि राज्य में किसानों को अपनी फसल के न्यूनतम समर्थन मूल्य के साथ-साथ विभाग द्वारा दिए जा रहे प्रोत्साहनों और सब्सिडी का लाभ भी मिल सके. उन्होंने कहा कि इस मामले में गलतियां बर्दाश्त नहीं की जाएंगी और किसी भी चूक के मामले में अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
कौशल ने बताया कि किसानों द्वारा निर्धारित समय सीमा के अंदर जमा करवाए गए फसल डेटा को सत्यापित करने के लिए सभी जिलों में लगभग 650 कर्मचारी पहले ही तैनात किए जा चुके हैं. सत्यापन डेटा वेब एप्लिकेशन के माध्यम से दर्ज किया जाएगा. उन्होंने बताया कि फसल बुकिंग की कवायद को समय पर पूरा करने के लिए आउटसोर्सिंग नीति के माध्यम से कृषि विकास अधिकारी (एडीओ) के प्रत्येक स्वीकृत पद के साथ अतिरिक्त मैनपॉवर की व्यवस्था की जा रही है.
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