चंडीगढ़: हरियाणा कांग्रेस के विधायक कुलदीप बिश्नोई कल इस्तीफा दे सकते हैं. अटकलें लगाई जा रही हैं कि वो जल्द भाजपा में शामिल हो सकते (Kuldeep Bishnoi May Join BJP Soon) हैं. उन्होंने इसका संकेत एक ट्वीट के जरिए दिया है. कुलदीप बिश्नोई ने दो अलग-अलग ट्वीट किए हैं. पहले ट्वीट में कुलदीप बिश्नोई ने लिखा August 4 2022,. 10:10 am इसके अलावा उन्होंने एक और ट्वीट किया है.
अपने दूसरे ट्वीट में कुलदीप बिश्नोई ने लिखा कि, 'घायल तो यहां हर परिंदा है, मगर जो फिर से उड़ सका वहीं जिंदा है..' उनके इस ट्वीट के बाद माना जा रहा है कि कुलदीप बिश्नोई जेपी नड्डा की मौजूदगी में चार अगस्त को बीजेपी का दामन थाम सकते हैं. इस दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के अलावा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ भी मौजूद रह सकते हैं.
कुलदीप बिश्नोई का पहला ट्वीट. हाल ही में बीजेपी नेताओं से की थी मुलाकात-बता दें कि हाल ही में कुलदीप बिश्नोई ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Kuldeep Bishnoi meets Amit Shah) और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी. भाजपा के दोनों सीनियर नेताओं से मुलाकात के बाद बिश्नोई ने एक ट्वीट किया था, जो चर्चा में बन गया. कुलदीप बिश्नोई ने लिखा था, 'अपनी जुबान के लिए सरे-राह हो जाना, बहुत कठिन है, अमित शाह हो जाना.' बिश्नोई के इस ट्वीट के बाद राजनीतिक गलियारों में उनके बीजेपी में शामिल होने की चर्चाएं और तेज हो गई हैं.
कुलदीब बिश्नोई का दूसरा ट्वीट राज्यसभा चुनाव में बिश्नोई ने की थी क्रॉस वोटिंग-गौरतलब है कि हरियाणा कांग्रेस ने विधायक कुलदीप बिश्नोई को बीते 11 जून को सभी पदों से हटा दिया (haryana congress removes Kuldeep bishnoi) था. राज्यसभा के लिए हुई वोटिंग के दौरान कुलदीप बिश्नोई ने निर्दलीय उम्मीदवार रहे कार्तिकेय शर्मा के पक्ष में मतदान किया था. राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले कुलदीप बिश्नोई का बगावती तेवर कांग्रेस को ऐसा भारी पड़ा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री रह चुके अजय माकन चुनाव हार गए. इस चुनाव में बीजेपी और जेजेपी ने कार्तिकेय शर्मा को समर्थन दिया था.
प्रदेश अध्यक्ष ना बनाए जाने से नाराज थे कुलदीप बिश्नोई- इससे पहले बीते दिनों हरियाणा कांग्रेस में हुए बदलाव से पहले कुलदीप बिश्नोई प्रदेश अध्यक्ष की रेस में शामिल थे. उन्हें इस पद का प्रबल दावेदार भी माना जा रहा था, लेकिन आलाकमान ने पूर्व विधायक उदय भान को प्रदेश कांग्रेस की कमान सौंप दी और श्रुति चौधरी, राम किशन गुर्जर, जितेंद्र भारद्वाज और सुरेश गुप्ता के रूप में चार कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त कर दिए. कुलदीप बिश्नोई के अरमान धरे के धरे रह गए और सियासी जानकार इसकी वजह हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा की लॉबिंग को मानते हैं. फिलहाल बिश्नोई ने विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया है अगर वह इस्तीफा देते हैं तो उपचुनाव होना तय है.