चंडीगढ़: चुनावी माहौल है. सातवें चरण में बारी चंडीगढ़ की भी है. इसी कड़ी में चंडीगढ़ के व्यापारियों वर्ग का क्या मिजाज हैं ये जानने के लिए हम पहुंचे सीधे राजधानी के दुकानदारों के पास. बातचीत के दौरान व्यापारी वर्ग सरकारी कामकाज से काफी नाखुश नजर आया. देखिए ग्राउंड जीरे से रिपोर्ट
चंडीगढ़ के व्यापारियों का क्या है मिजाज देखिए ग्राउंड जीरो से खास रिपोर्ट
बात चाहे भाजपा की हो या कांग्रेस की व्यापारी वर्ग में दोनों तरफ से ही अपनी नाराजगी खुलकर जाहिर की. इन लोगों का कहना है कि चंडीगढ़ के नेताओं ने इनकी समस्याओं को सुलझने बारे में सोचना तो दूर कभी उन समस्याओं को सुनना भी मुनासिब नहीं समझा.
इन व्यापारी को कहना है कि पहले तो केंद्र सरकार ने नोट बंदी और जीएसटी लगाकर इनके व्यापार को लगभग ठप ही कर दिया था. आज भी जीएसटी की वजह से इन्हें काफी परेशानियां झेलनी पड़ रही है .इन लोगों कहना है कि छोटे दुकानदारों पर जीएसटी की मार ज्यादा पड़ी है क्योंकि पहले वे अपनी दुकान के अकाउंट के लिए अकाउंटेंट को दो थोड़ी सी फीस देते थे, लेकिन अब उन्हें जीएसटी की वजह से अपने अकाउंटेंट को कई गुना ज्यादा फीस देनी पड़ रही है. वहीं ग्राहकों पर भी इसका काफी असर पड़ा है.
इन लोगों ने भाजपा सांसद पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के सांसद ने कभी किसी व्यापारी का हालचाल नहीं पूछा उनका कहना था कि सांसद तो फिल्मों की एक्ट्रेस है. उसे हम सिर्फ टीवी पर ही देखते हैं .हमने उसे कभी अपने दुकान में आते नहीं देखा वहीं पूर्व सांसद पवन बंसल के बारे में उन्होंने कहा कि वह भी कई बार सांसद रहे, लेकिन उन्होंने भी व्यापारियों के बारे में सोचने की जरूरत नहीं समझी. इन लोगों का कहना है कि चंडीगढ़ का व्यापारी वर्ग इस समय सबसे ज्यादा अनदेखी का शिकार हो रहा है और यह लोग राजनीतिक पार्टियों उनके उम्मीदवारों से काफी नाखुश है.