चंडीगढ़/दिल्ली:केंद्र की मोदी सरकार की ओर से लाए गए कृषि संबंधी बिल भले ही संसद से पास हो गए हो, लेकिन अभी इन पर जारी राजनीतिक बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. रविवार को संसद में इस मसले पर हंगामा भी हुआ, जिसपर केंद्रीय राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया ने प्रतिक्रिया दी है.
केंद्रीय राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया ने कहा कि कृषि बिल को लेकर राज्यसभा में जो हुआ वो शर्मनाक और लोकतंत्र विरोधी है. उन्होंने कांग्रेस और टीएमसी के सांसदों पर कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि जिस तरह से ये सांसद वेल में आए और जिन सांसदो ने गलत व्यवहार किया उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए.
दिल्ली में प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने बार-बार कहा है कि एमएसपी के ऊपर किसी प्रकार की आंच नहीं आने दी जाएगी. आने वाले समय में विपक्षी पार्टियों के चेहरे बेनकाब हो जाएंगे, जब एमएसपी के जकिए फसलों के रेट बढ़ाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि इस बिल में किसानो के लिए कई फायदें हैं.
ये भी पढ़िए:MSP से छेड़छाड़ हुई तो अपने पद से दे दूंगा इस्तीफा: दुष्यंत चौटाला
बता दें कि रविवार को कृषि विधेयकों पर चर्चा के दौरान राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के सांसद वेल में पहुंच गए. हालांकि विपक्ष के हंगामे के बीच नरेंद्र सिंह तोमर जवाब देते रहे. राज्यसभा में किसान बिल का विरोध कर रहे विपक्षी सांसदों ने बिल छीनने की कोशिश की, जिससे उपसभापति का माइक उखड़ गया. पास में ही खड़े मार्शल ने उन्हें रोक दिया. इस दौरान विपक्षी दलों के सांसद कृषि बिल के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करते हुए उपसभापति की चेयर तक पहुंच गए.