चंडीगढ़: आखिरकार बीजेपी ने अपने दूसरी और आखिरी 12 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. लिस्ट में कई बीजेपी नेताओं का टिकट कटा है. इस लिस्ट के आने के बाद केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत की बेटी आरती को टिकट मिलने की सारी संभावनाएं भी खत्म हो गई हैं.
बेटी आरती को नहीं मिला टिकट
खास बात ये की बीजेपी ने इस लिस्ट में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत की बेटी को ही सिर्फ टिकट नहीं दिया है. बल्कि ऐसे कई दूसरे नेताओं को भी टिकट काटा है जो राव इंद्रजीत सिंह के करीबी माने जाते रहे हैं. जैसे गुरुग्राम से विधायक उमेश अग्रवाल, रेवाड़ी से विधायक रणधीर कापड़िवास और कोसली से विधायक विक्रम ठेकेदार का भी टिकट कटा है. इससे पहले बीजेपी ने पहली लिस्ट में विमला चौधरी का भी टिकट काट दिया था.
राव इंद्रजीत के करीबियों का कटा टिकट
बता दें कि ये वो तीन विधायक हैं जो राव इंद्रजीत के बेहद खास माने जाते हैं. साथ ही यहीं वो 3 विधानसभा सीटें थी( रेवाड़ी,कोसली और गुरुग्राम) जहां से ये कयास लगाए जा रहे थे कि आरती को टिकट मिल सकता है, लेकिन बीजेपी ने इन तीनों ही जगह दूसरे नेताओं को मौका दिया है.
काम नहीं आया इंद्रजीत का दांव !
गौरतबल है कि केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत की तमाम कोशिशों के बावजूद बीजेपी ने आरती को टिकट नहीं दिया है. राव इंद्रजीत काफी वक्त से अपनी बेटी को टिकट दिलाने की कोशिशों में लगे थे. वो इसी सिलसिले में सीएम मनोहर लाल से लेकर बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा से तक मुलाकात कर चुके थे. यहीं नहीं राव नरबीर सिंह ने आरएसएस का भी दरवाजा खटखटाते हुए बीएल संतोष से भी बातचीत की थी.