चंडीगढ़: रानियां से निर्दलीय विधायक रंजीत चौटाला का भाजपा प्रेम अब दिखने लगा है. ये उनके बयानों से अब सिद्ध होने लगा है. रणजीत चौटाला ने पहले कहा था कि वो अगला चुनाव भाजपा की ओर से लड़ना चाहेंगे और अब एक नया बयान सामने आया है कि उनकी जीत से पहले ही प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उनसे वादा ले लिया था कि वो भाजपा का साथ देंगे.
रणजीत चौटाला पहले से ही सीएम खट्टर की टीम में थे?
दरअसल, रंजीत चौटाला ने खुद ही ये बताया है कि चुनाव नतीजों से पहले ही सीएम मनोहर लाल ने उन्हें जीत की बधाई दी थी और उनको अपनी टीम का हिस्सा बनाने का भी वादा कर दिया था. मुख्यमंत्री मनोहर लाल और रणजीत चौटाला का एक ही टीम का हिस्सा बनने से बनना पहले ही तय था, अगर बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिलता तो भी रणजीत चौटाला को सरकार में हिस्सेदारी मिल सकती थी.
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बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला एक अलग ही राजनीति करते आए हैं, हालांकि रणजीत चौटाला 32 साल बाद कोई चुनाव 2019 में जीत पाए हैं और कांग्रेस में लंबे समय तक रहे हैं. रंजीत चौटाला जब कांग्रेस में थे तो वो अशोक तंवर के नजदीकी माने जाते थे. चौटाला ने जब निर्दलीय चुनाव लड़ा तो अपने बड़े भाई ओम प्रकाश चौटाला और भतीजे अभय चौटाला से भी सलाह मशवरा किया.
बदलते दौर के साथ रणजीत चौटाला की भी राजनीति बदली
बदलते दौर के साथ रणजीत चौटाला की राजनीति का स्तर भी बदलता रहा है. वैसे रणजीत चौटाला के इस दौर की बात करें तो बताया जा रहा है कि चुनाव नतीजों के बाद जब बीजेपी निर्दलीय विधायकों को जोड़कर सरकार बनाने की कोशिश कर रही थी तब निर्दलीय विधायकों का कैप्टन कोई और नहीं बल्कि रणजीत चौटाला ही थे.
रणजीत चौटाला ही विधायकों को इकट्ठा कर समर्थन देने के लिए प्लेन में सवार होकर पहुंचे थे. ये साफ हो गया है कि निर्दलीयों को बीजेपी के साथ मिलाने की कवायद की वजह से उनको सरकार में कैबिनेट मंत्री का पद मिला है. जिसका इशारा सीएम मनोहर लाल ने पहले ही उनको कर दिया था.