चंडीगढ़ : कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Randeep Surjewala written an open letter to CM Khattar) को एक खुला खत लिखा है. उन्होंने यह खुला खत जनता की ओर से लिखा है. इस खत उन्होंने हरियाणा सरकार के 7 सालों के लेखा-जोखे पर जमकर वार किया है. खत के जरिए सुरजेवाला ने रोड से लेकर किसान, मजदूर और युवा वर्ग की अनदेखी को लेकर सरकार पर निशाना साधा है.
सेवा में, माननीय श्री मनोहरलाल खट्टर जी,
आज हमारे उत्सवजीवी मुख्यमंत्री के रूप में आपकी ताजपोशी को 7 साल पूरे हो रहे हैं. समझ नहीं आ रहा कि इस मौके पर मैं आपको बधाई दूँ या घोर नाकामियों का आईना दिखाऊँ?औपचारिकता का तकाज़ा है कि मैं आपको मुबारकबाद दूं और जनता के हालातों को देखूँ तो आपको आईना दिखाते हुए नसीहत देने का ही मन करता है. 26 अक्तूबर, 2014 को जब आपकी ताजपोशी हुई उस समय हरियाणा देश ही नहीं, पूरी दुनिया के आकर्षण का केंद्र था.
बीते सात सालों के दौरान आपकी सरकार के घोर कुशासन, चौतरफ़ा भ्रष्टाचार, संघवाद और बेलगाम अफसरशाही ने प्रगति के पथ पर सरपट दौड़ रहे हरियाणा प्रदेश को बर्बाद करके रख दिया है. जिस हरियाणा में आज़ादी के बाद कभी कोई दंगा नहीं हुआ, उस राज्य को आपकी सरकार ने तीन बार बड़ी खूनी हिंसा झेलने पर मजबूर कर दिया. इन हिंसक घटनाओं में जितने लोगों को जान गई, उतने नागरिकों की मौत तो शायद जम्मू-कश्मीर में भी नहीं हुईं.
राजधानी दिल्ली से नजदीकी, विश्वस्तरीय आधारभूत ढांचा, बेहतर कानून व्यवस्था, जनहितैषी औद्योगिक नीति, जानमाल की सुरक्षा की गारंटी के कारण 2014 में हरियाणा प्रदेश प्रति व्यक्ति निवेश की दर में देश में प्रथम स्थान पर था, और बड़े राज्यों में प्रति व्यक्ति आय के क्षेत्र में गोवा के उपरांत दूसरे स्थान पर. पूरी दुनिया के उद्योगपति यहां निवेश करना चाहते थे. आपकी सरकार की कुनीतियों, हर रोज गिरती कानून व्यवस्था की स्थिति, लालफीताशाही के कारण आज प्रदेश में बाहरी निवेशक आना नहीं चाहते. मारुति जैसी कंपनियां हरियाणा छोड़कर गुजरात चली गई हैं.
आप और आपके डिप्टी बस एक अमेज़न कंपनी के गोदाम का झुनझुना बजाकर लोगों को बहका रहे हैं, वो भी उस अमेज़न कंपनी, जिस पर हिंदुस्तान में 8,000 करोड़ रु. से अधिक के पैसे के भ्रष्टाचार के आरोप हैं. इंडस्ट्रियां बंद हैं और किसान बेहाल. पूरे ग्यारह महीने हो गए, हजारों किसान अपने हक की लड़ाई के लिए दिल्ली की सीमाओं पर कुर्बानी दे चुके हैं और आप तथा आपकी पार्टी उनकी समस्याओं का समाधान करने की बजाय उन्हें ‘गद्दार, देशद्रोही, विदेशी एजेंट’ जैसी घटिया गालियां देकर अन्नदाता का अपमान कर रहे हैं. इस आंदोलन को बदनाम करने के लिए तरह-तरह की चालें चल रहे हैं. आप लोग कहते हैं, ‘एमएसपी था, एमएसपी है और एमएसपी रहेगा.’बाजरा के किसानों को एमएसपी दे दिया? धान के किसान को एमएसपी दे दिया?
खट्टर साहब, आप लोगों ने 2022 तक किसानों की आय दुगुनी करने के नारे लगाकर वोट मांगे थे. अब 2022 आ गया. किसानों की आय दुगुनी कर दी क्या?आज किसान को बिजाई करने के लिए डीएपी नही मिल रहा. लोग खाद के लिए पुलिस थानों में लाइनों में खड़े हैं और आपकी पुलिस उन्हें लाठियों से पीट रही है, मुकद्दमे दर्ज कर रही है. खट्टर साहब! फेसबुक पर लाइव आकर भाषण पढ़ने से विकास नहीं होता. निवेश लाने के लिए निवेशक को भरोसा दिलाना पड़ता है कि उसका निवेश सुरक्षित है. आधारभूत ढांचा तैयार करना पड़ता है. आपने तो कानून व्यवस्था और प्रशासन, दोनों का ही भट्टा बैठा दिया. प्रदेश के विकास को ही गड्ढों में डाल दिया।वाहनों के पंजीकरण के समय रोड टैक्स, पेट्रोल-डीजल की खरीद में टैक्स, लेकिन प्रदेश की सड़कों में सड़क कम बची है और गड्ढे ज्यादा हो गए हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग जितने बनाए वहां सभी पर बहुत महंगे-महंगे टोल टैक्स ठोंक दिए.
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खट्टर साहब आपने इन सात साल में प्रदेश को देश मे बेरोजगारी का मुख्य केंद्र बना दिया. आप और आपके चेले-चपाटे कुछ भी डींगें हांकते रहें, आपकी ही केंद्र सरकार की एजेंसी का डेटा बता रहा है कि आपके नेतृत्व में प्रदेश इस देश का सर्वाधिक बेरोजगारी दर वाला राज्य बन चुका है. खट्टर साहब! ये बेरोजगारी किसी दैवीय प्रकोप से नहीं आई है. यह आपकी सरकार की नीतियों का दुष्परिणाम है. साल 2016 में प्रदेश में 3 लाख 35 हज़ार नियमित कर्मचारी थे, जो घटकर 2 लाख 85 हज़ार रह गए. इन पांच साल में लाखों नए युवा नौकरी की कतार में आ गए लेकिन आपने नियमित भर्तियां नहीं की.
अंग्रेज़ी अध्यापक, संस्कृत पीजीटी की भर्तियां प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपने रद्द कर दी. 1900 पीटीआई का रोजगार आप कोर्ट में बचा सकते थे लेकिन आपने उनको बेरोजगार कर दिया. आपकी सिलेक्शन संस्थाएं कैंडिडेट्स की लगातार मांग के बावजूद ना भर्तियों का कलेंडर जारी करती ना सिलेबस. सन 2019 में जब आपको जनता से वोट लेने थे तब आपने 35 हज़ार भर्तियां की लेकिन, दूसरे कार्यकाल में आपकी सरकार केवल 11 हज़ार भर्तियां करके अपने उत्सवों में मशगूल हो गई.
खट्टर साहब! 2014-15 में जब आप सत्ता में आए तब प्रदेश की 48 साल की कुल देनदारियां 70,931 करोड़ रुपये थीं. इन 48 साल में प्रदेश के हर गांव को पक्की सड़क, बिजली की सप्लाई, पानी की आपूर्ति, विद्युत उत्पादन केंद्र, रोडवेज, स्कूल-कॉलेज-विश्विद्यालय, मेडिकल कॉलेज, आईआईएम सहित सब तरह के विकास कार्य हुए. आपने केवल 6 साल में इस देनदारी को बढ़ाकर 1,99,823 करोड़ पर पहुंचा दिया.इस पैसे से क्या किया, मोदी जी के ‘ईमानदार’ मुख्यमंत्री जी?o जीएसटी आपने थोप लिया. पेट्रोल-डीजल के माध्यम से टैक्स की लूट जारी है.
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स्टाम्प ड्यूटी, व्हीकल रजिस्ट्रेशन फीस सहित सभी सरकारी सेवाओं की फीस कई-कई गुना बढ़ा ली फिर भी पूरा नही पट रहा. कोई नया विकास कार्य नही, कोई नया पावर प्लांट नहीं, राज्य के सरकारी खर्च पर कोई नया राजमार्ग नहीं, नए विद्यालय नही, कोई बड़ी परियोजना नहीं फिर 1 लाख 20 हज़ार करोड़ कहां गया खट्टर साहब? इस प्रदेश की जनता ने आपको प्रदेश के सबसे बड़े पद पर बैठाकर अपना विश्वास जताया था. इस विकसित प्रदेश को यूं बर्बाद मत करिए. अगर प्रदेश चलाना आपके बस की बात नहीं तो कम से कम अब मेहरबानी व रहम कर गद्दी छोड़ दीजिए. मुझे लगता है कि आपकी राजनैतिक विदाई का समय आ गया है. मेहरबानी करके आप व आपके डिप्टी सत्ता का चोला त्यागिए और कुर्सी छोड़कर एकांतवास में प्रायश्चित कीजिए. शुभकामनाओं आदर सहित,आपका शुभेच्छु,रणदीप सिंह सुरजेवाला