चंडीगढ़:आज देश आजादी की 73वीं सालगिरह का जश्न मना रहा है. आजादी के जश्न के साथ-साथ आज रक्षाबंधन का त्योहार भी है. इस बार राखी बांधने का शुभ मुहूर्त दोपहर 1.43 बजे से लेकर शाम 4.20 मिनट तक रहेगा.
क्या है मान्यता ?
रक्षाबंधन का पवित्र पर्व श्रावण शुक्ल पूर्णिमा को मनाया जाता है. इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र यानी की राखी बांधती हैं और भाई इस दिन बहनों की जीवन भर रक्षा करने का वादा करते हैं. राजसूय यज्ञ के वक्त भगवान कृष्ण को द्रौपदी ने रक्षा सूत्र के रूप मैं अपने आंचल का टुकड़ा बांधा था. इसी के बाद से राक्षाबंधन का ये पवित्र पर्व मनाया जाता है.
कब है शुभ मुहूर्त ?
ये त्योहार भाई-बहन के अटूट रिश्ते, प्यार, त्याग और समर्पण को दर्शाता है. ज्योतिषियों के मुताबिक इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा नहीं है. इसलिए पूरा दिन राखी बांधने के लिए शुभ रहेगा कई ऐसे संयोग बनेंगे, जिससे इस पर्व का महत्व और बढ़ जाएगा. रक्षाबंधन पर लगभग 13 घंटे तक शुभ मुर्हूत रहेगा,जबकि दोपहर 1:43 से 4:20 तक राखी बांधने का विशेष फल मिलेगा.
कब है राखी बांधने का शुभ मुहूर्त ?
- दिन में कोई भद्रा आदि नहीं है. मतलब पूरे दिन में कभी भी राखी बाँधी जा सकती है
- इस बार शुभ मुहूर्त दोपहर 1.43 बजे से लेकर शाम 4.20 मिनट तक रहेगा
कैसे मनाएं रक्षा बंधन का त्यौहार ?
- थाल में रोली, चंदन, अक्षत, दही, रक्षासूत्र, और मिठाई रखें
- घी का एक दीपक भी रखें, जिससे भाई की आरती करें
- रक्षा सूत्र और पूजा की थाल सबसे पहले भगवान को समर्पित करें
- इसके बाद भाई को पूर्व या उत्तर की तरफ मुंह करवाकर बैठाएं
- पहले भाई को तिलक लगाएं ,फिर रक्षा सूत्र बांधें, फिर आरती करें
- फिर मिठाई खिलाकर भाई की मंगल कामना करें
- रक्षासूत्र बंधने के समय भाई और बहन का सिर खुला नहीं होना चाहिए
- उपहार में ऐसी वस्तुएं दें जो दोनों के लिए मंगलकारी हो, काले वस्त्र, तीखा या नमकीन खाद्य वस्तु न दें