चंडीगढ़:पंजाब विश्वविद्यालय में हरियाणा के हिस्से को लेकर आज फिर से चंडीगढ़ प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित की अध्यक्षता में बैठक हुई. इस बैठक में हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्री के साथ-साथ दोनों राज्यों के मुख्य सचिव भी मौजूद रहे. आज की बैठक भी पिछली बैठक की तरह ही बेनतीजा रही. अब अगली बैठक 3 जुलाई को सुबह 11 बजे होगी. बैठक में सीएम मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा के कॉलेजों को पंजाब विश्वविद्यालय का विकल्प मिलना चाहिए. कॉलेज के एफिलिएशन से विश्वविद्यालय में हरियाणा के छात्र भी शिक्षा ले पाएंगे.
चंडीगढ़ प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित ने कहा कि ज्ञान की गंगा हमेशा बहती रहनी चाहिए, तक्षशिला, नालंदा के वक्त से हमारी संस्कृति ने ज्ञान दिया है. लेकिन हरियाणा के युवाओं और शिक्षा के शेयर के खिलाफ पंजाब के सीएम भगवंत मान फिर भी अड़े रहे. जबकि पंजाब विश्व विद्यालय के मुताबिक पंजाब सरकार, विश्वविद्यालय में अपना वित्तीय शेयर नहीं दे रही है. विश्वविद्यालय को केंद्र की तरफ से पिछले 10 सालों में औसतन 200-300 करोड़ रुपये प्रति वर्ष मिले हैं.
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जबकि पंजाब की तरफ से पिछले 10 सालों में केवल औसतन 20-21 करोड़ रुपये ही मिले हैं. पंजाब की तरफ से 40 फीसदी हिस्से के मुकाबले में 7 से 14 फीसदी ही मिल पाता है. इस बैठक में सीएम मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा के युवाओं और कॉलेज को पंजाब विश्वविद्यालय का विकल्प मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि कॉलेज के एफिलिएशन से विश्वविद्यालय में हरियाणा के छात्र भी शिक्षा ले पाएंगे.