चंडीगढ़: लोकसभा चुनाव 2024 जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है. वैसे-वैसे देशभर में राजनीतिक हलचल भी तेज होने लगी हैं. इस बीच केंद्रीय कैबिनेट में फेरबदल की चर्चाएं जोरों पर हैं, क्योंकि लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसलिए माना जा रहा है कि केंद्रीय कैबिनेट में फेरबदल हो सकता है. वैसे 3 जुलाई को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक भी होनी है. माना जा रहा है कि इस बैठक में फेरबदल पर मुहर लग सकती है.
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बता दें कि बीते दिनों बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और पार्टी के संगठन महासचिव बीएल संतोष के साथ बीजेपी के शीर्ष नेताओं की प्रधानमंत्री आवास पर बैठक हो चुकी है. इन सब घटनाक्रम को देखते हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल के कयास तेज हो रहे हैं. अगर केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल लोकसभा चुनाव 2024 और विधानसभा चुनाव को देखते हुए होता है, तो फिर बड़े स्तर पर बदलाव की संभावनाएं भी दिखाई दे रही हैं. कैबिनेट स्तर के मंत्री ही नहीं, बल्कि राज्य स्तर के मंत्री भी इस फेरबदल में शामिल हो सकते हैं.
आने वाले दिनों में देश के 3 बड़े राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं. जिनमें मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ शामिल हैं. ऐसे में हो सकता है कि चुनावी समीकरणों को देखते हुए इन राज्यों को तरजीह दी जाए. हरियाणा में भी अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में चर्चा ये भी है कि हरियाणा से भी किसी चेहरे को केंद्रीय कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है या किसी का कद बढ़ाया भी जा सकता है. वर्तमान में हरियाणा से केंद्र सरकार में तीन राज्य मंत्री हैं. जिनमें राव इंद्रजीत सिंह, कृष्णपाल गुर्जर और भूपेंद्र यादव शामिल हैं. ऐसे में हरियाणा को कोई और मंत्री पद मिलने की संभावना कम दिखाई देती है.
हम सभी जानते हैं कि इस साल 3 बड़े राज्य मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में चुनाव होने हैं. ऐसे में केंद्र का फोकस भी इन्हीं राज्यों पर ज्यादा रहेगा. मौजूदा राजनीतिक हालातों में हरियाणा से शायद ही किसी को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिले, अगर किसी का कद बढ़ जाए, तो अलग बात है. चुनाव जीतने के लिए कई सियासी समीकरण को आधार बनाकर सरकारें फेरबदल करती हैं. ऐसे में मौजूदा समय में जो राजनीतिक परिदृश्य है, उसमें भले ही हरियाणा के मौजूदा तीन राज्य मंत्रियों में से किसी का कैबिनेट स्तर का प्रोफाइल तो हो सकता है, लेकिन नए चेहरे के कैबिनेट में शामिल होने की संभावना बहुत कम दिखाई देती है.- प्रोफेसर गुरमीत सिंह, राजनीतिक मामलों के जानकार
सियासी गलियारों में चर्चा है कि अगर केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल होता है, तो हरियाणा के किसी राज्य मंत्री को कैबिनेट मंत्री बना दिया जाए. इस दौड़ में सबसे आगे भूपेंद्र यादव हैं. दरअसल भूपेंद्र यादव स्कूल के वक्त से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हैं. संगठन में काम करने का उनका काफी लंबा अनुभव है. गुरुग्राम के जमालपुर गांव के रहने वाले भूपेंद्र यादव पार्टी के निष्ठावान सिपाही हैं. संगठन में उनके लंबे अनुभव और उनकी कर्मठता को देखते हुए कयास लगाए जा रहे हैं कि हो सकता है उनका केंद्रीय मंत्रिमंडल में कद बढ़े. भूपेंद्र यादव के अलावा एक और नाम को लेकर भी चर्चा हो रही है, वो हैं राज्यसभा सदस्य कृष्ण लाल पंवार, लेकिन उनके कैबिनेट में शामिल किए जाने की संभावनाएं कम ही दिखाई देती है.
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