गुरुग्राम/चंडीगढ़: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 'परीक्षा पर चर्चा' कार्यक्रम के दौरान देश भर के छात्रों से संवाद किया. इस दौरान पीएम मोदी ने छात्रों को कई सुझाव भी दिए. वहीं, हरियाणा के विभिन्न जिलों में भी परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कड़ी में हरियाभारतीय जनता पार्टी हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने शुक्रवार को गुरुग्राम के यूरो इंटरनेशनल स्कूल में विद्यार्थियों के साथ बैठकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'परीक्षा पे चर्चा को लाइव देखा. इससे पहले उन्होंने विधार्थियों से बातचीत भी की और इस दौरान छात्रों द्वारा किए गए सवालों के जवाब भी दिए.
ओपी धनखड़ ने प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए 'परीक्षा पर चर्चा' कार्यक्रम को एक आंदोलन बताया. धनखड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'परीक्षा पे चर्चा' करके देश के विधार्थियों को जीवन का मार्ग दिखाया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा बताई गई बातें केवल परीक्षा में ही सफलता नहीं, जीवन में भी सफलता का मंत्र है.
समय प्रबंधन जीवन में सबसे अधिक जरूरी: ओम प्रकाश धनखड़ ने छात्रों से संवाद करते हुए कहा कि आज परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश-विदेश के लाखों छात्रों को सफलता का मंत्र दिया है. परीक्षा पे चर्चा एक जन आंदोलन का रूप ले चुका है. प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम में छात्रों को जीवन एवं परीक्षाओं में सफल होने के विभिन्न सूत्र दिए हैं. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की यह बात विधार्थियों का जीवन बदलने वाली है कि समय प्रबंधन केवल परीक्षाओं के लिए ही नहीं, बल्कि दैनिक जीवन में भी महत्वपूर्ण है, बस अपने काम को प्राथमिकता दें. जो मेहनती विद्यार्थी हैं, उनकी मेहनत जिंदगी में जरूर रंग लाएगी. आपके भीतर की ताकत ही आपको आगे ले जाएगी, हमें शॉर्टकट की ओर नहीं जाना चाहिए.
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि परीक्षा के दौरान तनाव व चिंतित होना स्वाभाविक है, लेकिन हम छोटे-छोटे टिप्स के द्वारा अपने तनाव को दूर कर सकते हैं. धनखड़ ने कहा कि सभी विधार्थियों को प्रधानमंत्री के द्वारा बताई गई बातें जीवन में उतारनी चाहिए. परीक्षा के दौरान हमें सबसे पहले अपना फोकस परीक्षा पर सकारात्मक रखना चाहिए. अपना ध्यान केंद्रित करके हम बड़ी से बड़ी से समस्या का समाधान करने में सक्षम हो सकते हैं. हमारा लक्ष्य अपने संकल्प को पूरा करने पर रहना चाहिए.
कठिन परीक्षा पत्र आने के सवाल पर ओपी धनखड़ ने कहा कि परीक्षा पत्र सरल है या कठिन इसकी हम धारणा बना लेते हैं, जबकि ऐसा नहीं करना चाहिए. हमें अपने विषयों को पूरी तरह से पढ़ना चाहिए. सीखने का स्तर ऊंचा होना चाहिए. ओपी धनखड़ ने कहा कि वर्तमान में छात्रों को सीखने के लिए काफी साधन है. इंटरनेट व गूगल हमारी काफी दिक्कतों को दूर कर देता है. लेकिन विधार्थियों को मोदी की इस बात को भी जीवन में उतारना चाहिए कि मोबाइल और इंटरनेट का प्रयोग एक सीमा तक ही करना चाहिए. हमें इन सुविधाओं का प्रयोग करना चाहिए, इनका गुलाम नहीं बनना चाहिए.