चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि नई शिक्षा नीति- 2020 में निहित 3 से 6 वर्ष तक की आयु के बच्चे के संज्ञानात्मक और बौद्धिक क्षमता के विकास पर बल देने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने 4,000 प्ले-वे स्कूल खोले हैं. प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक़ इन स्कूलों में लगभग 40 हजार बच्चों का दाखिला हुआ है. इसके अलावा, सरकार ने अगले 2 साल में 4,000 और प्ले स्कूल खोलने का निर्णय लिया है. इनके लिए लगभग 2500 भवन चिन्हित कर लिए गए हैं.
प्ले स्कूल में खेल के साथ-साथ बच्चों को दी जा रही शिक्षा: सीएम मनोहर लाल ने शनिवार को चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री की विशेष चर्चा कार्यक्रम के तहत ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्ले स्कूलों में दाखिला लेने वाले बच्चों के अभिभावकों से संवाद किया. पहले आंगनबाड़ियों में शिक्षा उतनी बेहतर नहीं होती थी लेकिन अब प्ले स्कूलों में खेल के साथ साथ बच्चों को अच्छी शिक्षा भी दी जा रही है. वहीं, अभिभावक भी इन स्कूलों में बच्चों को पौष्टिक भोजन, खेल की सुविधाएं समेत पढ़ाई को लेकर संतुष्ट हैं. सीएम ने कहा कि पहले के समय में घरों में आंगन और गलियां ही हमारा खेलकूद का स्थान होता था, लेकिन आजकल ऐसे स्कूल समाज की जरूरत बन गए हैं. आज के आधुनिक दौर में हर माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले, इसलिए लोग अपने बच्चों को प्ले स्कूल में पढ़ाई के लिए भेजते हैं.
हरियाणा में प्ले स्कूल: सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देश के उज्ज्वल भविष्य की चिंता करते हुए 3 साल की आयु से ही बच्चों के लिए खेल-खेल में शिक्षा का प्रबंध किया है. आज के आधुनिक दौर में हर माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले, जिससे आगे चलकर वे बेहतर इंसान बन सकें. इस जरूरत को जानते हुए निजी क्षेत्र में अनेक प्ले स्कूल खोले गए. लेकिन, हमने गरीब परिवार के बच्चों के लिए भी प्ले स्कूल की व्यवस्था करने के लिए पूरे राज्य में सार्वजनिक क्षेत्र में ये स्कूल खोले हैं. उन्होंने कहा कि सरकारी प्रयासों के अलावा कुछ समाज सेवकों ने भी प्ले स्कूलों की व्यवस्था में रुचि दिखाई है.
प्ले स्कूल में बच्चों के लिए विशेष प्रबंध: जिला जींद में राजपति ने अपने गांव में प्ले स्कूल को गोद लिया है और वे इसके सुचारू संचालन में गहरी रूचि लेती हैं. यही नहीं, वे बच्चों की पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए उन्हें पौष्टिक भोजन भी देती हैं. इसी प्रकार, जिला झज्जर के गांव डीघल में ग्राम वासियों ने प्ले स्कूल के लिए 11 पंखे दिए हैं. इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने कहा कि प्ले स्कूलों में बच्चों के लिए स्वच्छ पानी की व्यवस्था के लिए हमने हर स्कूल में वाटर प्यूरीफायर लगाए हैं. बच्चों को तस्वीरें बहुत भाती हैं, इसलिए इन स्कूलों में वॉल पेंटिंग लगवाई गई हैं. उनके खेलने के लिए झूले और स्लाइडर भी लगवाए हैं. बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए हमने खिलौनों का विशेष प्रबंध किया है.