चंडीगढ़: खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने कहा कि आज हमने 1100 सेंटरों में करीब 50-50 किसान बुलाए थे. सभी मंडियों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है.
पी.के दास ने कहा की सभी आढ़ती हमारे साथ हैं, आढ़ती किसानों की फसलों को मंडियों में और प्रोक्योरमेंट सेंटर में खरीद रहे हैं. उन्होंने कहा कि जहां आढ़ती खरीद नहीं कर रहे हैं, वहां प्रोक्योरमेंट एजेंसी के अधिकारी खरीद कर रहे हैं.
'किसानों को दिक्कत नहीं आने देंगे'
पीके दास ने कहा कि सरसों और गेहूं दोनों की खरीद की जा रही है. किसानों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आने दी गई. उन्होंने कहा कि आज के दिन गेहूं खरीद की शुरुआत हुई है, जो कि बहुत ही बेहतर ढंग से हुई है.
किसानों की फसल का एक-एक दाना खरीदा जाएगा: खाद्य आपूर्ति विभाग पीके दास ने कहा कि 'मेरी फसल मेरा ब्योरा' के तहत अगर किसी भी किसान ने अपने पूरे रकबे की फसल का ब्योरा दिया है तो वो बुलावे पर अपनी पूरी फसल लेकर मंडी में आ सकता है. उस पर किसी तरह की कोई पाबंदी नहीं होगी.
'पोर्टल पर जरूर रजिस्टर करें'
जिन किसान पोर्टल पर रजिस्टर्ड हैं, उनको बुलाया जा रहा है. जिन लोगों ने अपना ब्योरा रजिस्टर नहीं किया उनको रजिस्टर करने के लिए कहा जाएगा, ताकि उनको बुलाया जा सके और इस पोर्टल में जितनी भी जमीन का ब्योरा दिया गया है, उस जमीन की सारी फसल को खरीदा जाएगा.
पीके दास ने कहा कि सिर्फ सरसों की फसल पर कुछ पाबंदी है, उनके अनुसार किसान 1 दिन से 40 क्विंटल से ज्यादा सरसों नहीं ला सकता, क्योंकि 25% सरसों हम नेफेड के लिए खरीद करते हैं और उनकी खरीद पूरी होने के बाद पोर्टल में रिजिस्टर्ड किसान की सारी सरसों खरीदी जाएगी. गेहूं में किसी तरह की कोई पाबंदी नहीं है.
'आढ़तियों के साथ बातचीत जारी है'
आढ़तियों के विषय पर पीके दास ने कहा कि उनके साथ कोई बड़ी समस्या नहीं है. कुछ लोगों से हमें पता चला है कि वो पुरानी एजेंसियों के माध्यम से ही खरीद करना चाहते हैं, तो उस मांग पर बातचीत चल रही है. इससे पहले भी हमने आढ़तियों की प्रत्येक जायज मांग को मान लिया था.