चंडीगढ़:हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनन्द अरोड़ा ने व्यापक स्तर पर पोषण अभियान चलाया है. ये अभियान गर्भवती महिलाओं, किशोरियों एवं बच्चों में एनीमिया की कमी को दूर करने के लिए चलाया गया है.
दिए ये दिशा-निर्देश
इस संबंध में उन्होंने स्कूल व आंगनवाड़ी केंद्रों में पोषक व्यंजन संबंधित जानकारी देने के निर्देश भी दिए हैं. उन्होंने कहा कि स्कूलों में मिलने वाले मिड-डे-मिल तथा आंगनवाड़ी केंद्रों में दिए जाने वाले भोजन में और अधिक पोषक भोजन को शामिल किया जाए. अध्यापिका और आंगनवाड़ी वर्कर्स को भी पोषण युक्त भोजन संबंधी ट्रेनिंग देने की बात भी कही.
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पोषक आहार से संबंधित पैम्फलेट दिए जाएंगे
उन्होंने निर्देश दिया कि स्कूल में होने वाली पेरैंट टीचर्स मीटिंग के दौरान माता-पिता को एनिमिया की जानकारी और पोषक आहार से संबंधित पैम्फलेट दिए जाएं. स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों में स्वच्छ पेयजल एवं शौचालयों में पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए है.
सितंबर एक पोषण माह के रूप में
बैठक में बताया गया कि इस वर्ष सितंबर माह को पोषण माह के रुप में मनाया जा रहा है. जिसके तहत पांच महत्वपूर्ण घटकों, अर्थात बच्चों के पहले 1,000 दिन, एनीमिया, डायरिया, हाथ धोना और स्वच्छता और पौष्टिक आहार पर ध्यान केन्द्रित किया जा रहा है.
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की भी समीक्षा
उन्होंने कहा कि हमने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की भी समीक्षा की. बैठक में बताया गया कि इस योजना के अंतर्गत हरियाणा देश में चौथे स्थान पर है. प्रदेश में स्वास्थ्य को लेकर किया गया कार्यक्रम एक अच्छा कदम है. अगर महिलाएं और बच्चे ही स्वस्थ नहीं रहेंगे तो प्रदेश कैसे आगे बढ़ेगा.