चंडीगढ़:राष्ट्रीय मत्स्य किसान दिवस 2023 के अवसर पर भारत सरकार द्वारा केंद्रीय मत्स्य मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला की अध्यक्षता में महाबलीपुरम, तमिलनाडु में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण व मत्स्य पालन मंत्री जय प्रकाश दलाल ने हिस्सा लिया. इस अवसर पर दलाल ने हरियाणा में मत्स्य पालन गतिविधियों की विस्तार से जानकारी देते हुए मत्स्य पालन के क्षेत्र में आ रही दिक्कतों के निवारण के लिए केंद्रीय मंत्री से सहयोग करने का आग्रह किया.
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जेपी दलाल ने कहा कि हरियाणा में 16 हजार मत्स्य पालक किसान हैं और 45 हजार एकड़ में मछली पालन किया जाता है. परिणामस्वरूप 2.12 लाख मीट्रिक टन मछली का उत्पादन होता है. 5681 मीट्रिक टन झींगा उत्पादन होता है. रिसर्कुलेटरी एक्वाकल्चर सिस्टम (आरएएस) के 112 प्रोजेक्ट लगाए हैं. इसके अलावा, बायोफ्लॉक के 257 प्रोजेक्ट लगाने के साथ-साथ 4 कोल्ड स्टोरेज और 16 फीड मिल प्लांट भी स्थापित किए गए हैं. उन्होंने कहा कि हम हरियाणा में नई किस्मों का उत्पादन करना चाहते हैं. इसके लिए केंद्र सरकार से विशेष सहायता मुहैया करवाई जाए.
कृषि मंत्री ने प्रधानमंत्री संपदा योजना की तारीफ़ करते हुए कहा कि यह योजना मत्स्य किसानों विशेषकर झींगा पालकों के लिए एक वरदान है. उन्होंने केंद्रीय मंत्री से आग्रह किया कि मत्स्य किसानों को खारे पाने में झींगा यूनिट स्थापित करने के लिए तय प्रोजेक्ट कीमत को पूर्व की भांति 25 लाख किया जाए. उन्होंने कहा कि इस स्कीम को तटीय क्षेत्र में झींगा यूनिट स्थापित करने की तर्ज पर संपूर्ण भारत में विशेषकर हरियाणा प्रदेश में लागू किया गया. जबकि तटीय क्षेत्रों की अपेक्षा प्रदेश में यूनिट स्थापित करने पर अधिक खर्च आता है. इसलिए मत्स्य पालकों को राहत देने हेतु प्रोजेक्ट की कीमत को बढ़ाया जाना चाहिए.