चंडीगढ़: मंगलवार को चंडीगढ़ नगर निगम की हाउस बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें चंडीगढ़ से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई. जिन में से सबसे प्रमुख मुद्दा था चंडीगढ़ के ड़ड्डू माजरा स्थित गार्बेज प्लांट का उठा. जिसे कई साल पहले जेपी कंपनी ने बनाया था और तब से वही कंपनी से चला भी रही थी.
जेपी कंपनी से वापस लिया जाएगा गार्बेज प्लांट
बैठक में नगर निगम ने फैसला किया है कि अब इस गार्बेज प्लांट को जेपी कंपनी से वापस ले लिया जाएगा और अब नगर निगम ही इस प्लांट को चलाएगा. क्योंकि इस प्लांट को सही तरीके से ना चलने की वजह से चंडीगढ़ में 5 लाख टन कचरे का पहाड़ बन गया है.
गार्बेज प्लांट का जेपी से पोजेशन वापस लेगा नगर निगम, हाउस बैठक में लिया फैसला चंडीगढ़ से हर रोज निकलता है 500 टन कचरा
चंडीगढ़ के सीनियर डिप्टी मेयर रविकांत शर्मा ने बताया कि चंडीगढ़ से हर रोज करीब 500 टन कचरा निकलता है. लेकिन जेपी कंपनी का प्लांट प्रतिदिन 70 से 80 टन कचरे का निष्पादन ही कर पाता है. बाकी कचरे को डडू माजरा स्थित डंपिंग ग्राउंड में फेंक दिया जाता है. जिससे वहां पर 5 लाख टन कचरे का पहाड़ बन गया है. अब नगर निगम इस पहाड़ को भी साफ करवा रहा है.
गार्बेज प्लांट होगा अपग्रेड
इसके लिए एक योजना तैयार की जाएगी. प्लांट की मशीनों को अपग्रेड किया जाएगा ताकि चंडीगढ़ से प्रतिदिन जितना भी कचरा निकलता है. उस सारे कचरे को निष्पादित किया जा सके.
चंडीगढ़ सड़कों की हालत खस्ता
इसके अलावा बैठक में चंडीगढ़ की सड़कों की खराब हालत के बारे में भी चर्चा की गई. सीनियर डिप्टी मेयर ने कहा कि सड़कों की मरम्मत का काम शुरू हो चुका है और अप्रैल तक चंडीगढ़ की सभी सड़कों को दुरुस्त कर दिया जाएगा.
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बैठक में चंडीगढ़ के सेक्टर-32 में हुए पीजी हादसे को लेकर चर्चा भी की गई और इस हादसे में मारी गई तीन छात्राओं के लिए दुख जाहिर करते हुए 2 मिनट का मौन रखा गया. सीनियर डिप्टी मेयर ने कहा कि प्रशासन अभी तक पीजी को डिफाइन नहीं किया है. इस हादसे को लेकर चंडीगढ़ नगर निगम भी बेहद गंभीर है. नगर निगम की ओर से प्रशासन से सिफारिश की जाएगी कि चंडीगढ़ में पीजी को लेकर कड़े नियम बनाए जाए और उनका पालन ना करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.