चंडीगढ़: हरियाणा की महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कमलेश ढांडा ने शुक्रवार को चंडीगढ़ में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में लक्ष्य-प्राप्त करने वाली महिलाओं एवं बालिकाओं का चयन करने के लिए बुलाई गई राज्य स्तरीय चयन कमेटी की बैठक की अध्यक्षता की.
बैठक में बताया गया कि बालिकाओं को खेल, संस्कृतिक कार्य, सामाजिक कार्य, मीडिया एवं साहित्य, बहादुरी, शिक्षा एवं सर्वश्रेष्ठ बाल देखभाल संस्थान जैसी कई श्रेणियों में पुरस्कार दिया जाता है. पुरस्कार स्वरूप 11-11 हजार रुपए नकद और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है.
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मंत्री ने कहा है कि कई संस्थानों में 4 से 6 आयु वर्ग, 6 से 10 वर्ष , 10 से 14 और 14 से 18 आयु वर्ग की विशेष प्रतियोगिताएं करवाई जाती हैं. जिनमें चित्रकारी, नृत्य और संगीत प्रतियोगिताएं शामिल हैं, हर श्रेणी में तीन-तीन पुरस्कार भी दिए जाते हैं.
इनमें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान के लिए क्रमश: 5100, 2100 और 1100 रुपए के पुरस्कार दिए जाते हैं. बैठक में इस बात की भी जानकारी दी गई कि सभी कार्यक्रम अधिकारियों को जिला, खंड एवं ग्रामीण स्तर पर महिला सशक्तिकरण के संबंधीत कार्यक्रम आयोजित करने के आवश्यक दिशा-निर्देश दे दिये गये हैं.
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बैठक में बताया गया कि जगन्ननाथ बाल आश्रम रोहतक ने झारखंड की रहने वाली चांदनी को उसके मूल राज्य झारखंड में पहुंचाने का कार्य किया है जो कि सर्वश्रेष्ठ बाल देखभाल संस्थान श्रेणी में एक सराहनीय कार्य है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में केवल आर्थिक विकास ही नहीं हुआ बल्कि सामाजिक संकेतकों ने महिलाओं की स्थिति में सुधार भी दर्शाया है.
प्रदेश सरकार महिलाओं के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए प्रतिबद्घ है और गत कुछ वर्षों के दौरान उनके सशक्तिकरण एवं विकास के लिए अनेक योजनाएं शुरू की गई हैं. हमें इन्हें और अधिक निष्ठाभाव से लागू करना होगा.
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