चंडीगढ़:केंद्र सरकार की तरफ से गाइडलाइंस जारी होने के बाद प्रवासी मजदूरों को भेजने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिया गया. जिसके बाद अब मजदूरों को भेजने और अपने प्रदेश के लोगों को वापस बुलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई. इस बीच अपने प्रदेश जाने वाले लोगों में असमंजस की स्थिति भी पनप रही है. चंडीगढ़ में रह रहे उत्तर प्रदेश और बिहार के लोग अपने घर वापस जाना चाहते हैं. वो लोग रेलवे स्टेशन के चक्कर भी काट रहे हैं. लोग रेलवे स्टेशन पर जाकर ट्रेनों की आवाजाही के बारे में जानकारी ले रहे हैं ताकि अपने प्रदेश पहुंचा जा सके, लेकिन उनके हाथ निराशा लग रही है.
रेलवे स्टेशन से निराश होकर लौट रहे हैं लोग
इसके इलावा लोग पूछताछ सेंटर में भी लगातार जानकारी के लिए फोन कर रहे है. चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर जाकर जानकारी हासिल करने वालों से सैकड़ों की संख्या में पहुंच रहे हैं मगर निराश होकर वापस से लौट रहे हैं. हालांकि चंडीगढ़ रेल सुपरिडेंटेंट ने साफ कहा कि अभी किसी भी राज्य की तरफ से ट्रेन को लेकर डिमांड नहीं आई है. अगर कोई भी प्रदेश सरकार ट्रेन से अपने राज्य के लोगों को वापस बुलाना चाहती है तो इसके लिए उन्हें खुद खर्चा करना होगा.
चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर पहुंचे ऐसे ही कुछ प्रवासी लोगों से ईटीवी भारत ने बात की. बातचीत के दौरान लोगों ने बताया कि वो चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के बारे में जानकारी लेने आए हैं कि ट्रेन सेवा कब शुरू होगी और क्या प्रवासी लोगों को वापस भेजा जा रहा है या नही? कुछ महिलाओं ने बताया कि उनका काम बंद हो गया. ऐसे में जहां भी खाना मिलने की खबर मिलती है वहां दौड़ पड़ते हैं. उनका कहना है कि पुलिस का भी गुस्सा झेलना पड़ जाता है.