चंडीगढ़:हरियाणा के तीन जिले सोनीपत,फरीदाबाद,पानीपत में जहरीली शराब से करीब 47 लोगों की मौत हुई थी. जिसके चलते हरियाणा की राजनीति में भूचाल आ गया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसआईटी का गठन किया गया था.
प्रदेश सरकार की तरफ से एक एसआईटी का गठन किया गया था. एडीजीपी श्रीकांत जाधव की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया गया था.कमेटी ने कुछ दिन पहले रिपोर्ट सरकार को सौंप दी थी. जिस पर गृह मंत्री अनिल विज के विभाग में भी अध्ययन हुआ. रिपोर्ट मुख्यमंत्री को भी सौंपी जा चुकी है. रिपोर्ट में चौंकाने वाले तथ्य एसआईटी ने सामने रखे हैं.
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एसआईटी रिपोर्ट की मानें तो मिथाइल अल्कोहल मौतों का कारण बना था. सोनीपत, पानीपत, फरीदाबाद के DETC, AETO, EI और एसपी, डीएसपी, एसएचओ के खिलाफ काम में लापरवाही बरतने पर उपयुक्त कार्रवाई की सिफारिश की गई है.
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रिपोर्ट में आबकारी विभाग और आबकारी व्यवस्था में व्यापक रूप से सुधार करने की सिफारिश की गई है. डिपार्टमेंट में एक इंडिपेंडेंट बोर्ड या निगम बनाने की सिफारिश की गई है.
रिपोर्ट में दिल्ली और राजस्थान की तर्ज पर ठेके देने की व्यवस्था करने की सिफारिश की गई है. रिपोर्ट में बताया गया है कि अवैध शराब की तस्करी से पिछले 3-4 साल में अनुमानित 9500 करोड़ का राजस्व नुकसान हुआ है.