चंडीगढ: हरियाणा समेत उतर भारत में ठंड का कहर जारी है. ठंड के कारण लोगों का घर से निकला दुश्वार हो गया है. वाहन चालकों को धुंध के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वाहन चालकों को वाहनों की लाइटें जला कर रोड पर चलना पड़ रहा है.
वहीं मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि प्रदेश के कई जिलों में दिन का तापमान सामान्य से 5 डिग्री कम चल रहा है. सोमवार को रोहतक में 20 डिग्री तापमान रहा. वहीं, हिसार में रात का पारा 6.5 डिग्री दर्ज किया गया.
मौसम विभाग चंडीगढ़ के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल के अनुसार, 11 दिसंबर को पश्चिम विक्षोभ हरियाणा के दक्षिण व पश्चिम क्षेत्र की तरफ से असर दिखाएगा. मौसम विभाग के अनुसार ये विक्षोभ काफी मजबूत है और इसका असर तकरीबन पूरे प्रदेश में देखने को मिलेगा.
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इन जिलों में देखेगा विक्षोभ का असर
पश्चिम विक्षोभ का असर सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, कैथल, कुरुक्षेत्र सहित पूरे उत्तर हरियाणा में देखने को मिलेगा. साथ ही 12 दिसंबर की शाम या 13 दिसंबर की सुबह बारिश के साथ कुछ इलाकों में ओले पड़ सकते हैं. इसके बाद 15 दिसंबर से धुंध गहराना शुरू होने के आसार हैं. जिससे प्रदेश के अंदर एक साथ ठंड बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है.
क्या है पश्चिम विक्षोभ
वेस्टर्न डिस्टर्बन्स जिसको पश्चिमी विक्षोभ भी बोला जाता है. भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तरी इलाक़ों में सर्दियों के मौसम में आने वाले ऐसे तूफान को कहते हैं. जो वायुमंडल की ऊँची तहों में भूमध्य सागर, अटलांटिक महासागर और कुछ हद तक कैस्पियन सागर से नमी लाकर उसे अचानक वर्षा (बारिश) और बर्फ़ के रूप में उत्तर भारत, पाकिस्तान व नेपाल पर गिरा देता है.
जानकारी के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में रबी की फसल के लिए खासकर गेंहू की फसल के लिए ये तूफान अति-आवश्यक होते हैं.
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