चंडीगढ़ःहरियाणा में सरकार तो बन चुकी है. मनोहर लाल खट्टर ने फिर से मुख्यमंत्री और दुष्यंत चौटाला ने उप मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ भी ले ली है. लेकिन गठबंधन सरकार में मंत्रियों को लेकर पेंच फंसा हुआ है. इसी को लेकर दिल्ली में हरियाणा भवन में बीजेपी की बैठक हुई. बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला और संगठन मंत्री सुरेश भट्ट मौजूद रहे.
बीजेपी के दो मंत्रियों और मुख्यमंत्री को छोड़कर लगभग सभी दिग्गज चुनाव हार चुके हैं. ऐसे में पार्टी के सामने एक नई चुनौती ये भी है कि नए चेहरों में से किसे मंत्री पद दिया जाए और किसे नहीं. निर्दलीय विधायकों में से किसे मंत्री या फिर चेयरमैन बनाया जाए, यह भी तय नहीं हो पाया है. यही नहीं सरकार में शामिल दोनों दलों बीजेपी और जेजेपी के बीच भी अभी तक मंत्रालयों का बंटवारा तक नहीं हो पाया है.
चार से छह नवंबर तक विधानसभा का सत्र है, जिसमें नव निर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी. सीएम मनोहर लाल ने कहा है कि विधानसभा सत्र के बाद ही मंत्रियों का चयन होगा और उनके विभागों का बंटवारा होगा. लेकिन ऐसा लग रहा है कि अभी तक सरकार और बीजेपी संगठन मंत्रियों को लेकर किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं.
हालांकि चर्चा है कि बीजेपी की ओर से जेजेपी को दो मंत्री पद दिए जा सकते हैं, वहीं दो या तीन निर्दलीयों को भी मंत्री बनाया जा सकता है. बाकी के सभी मंत्री बीजेपी कोटे से होंगे. बचे निर्दलीय विधायकों को चेयरमैन और दूसरे पदों से संतुष्ट करने की कोशिश होगी.
बोर्ड-निगमों और आयोग चेयरमैनों से लिए इस्तीफे
सीएम मनोहर लाल ने शुक्रवार देर शाम कई बोर्ड-निगमों, आयोगों के चेयरमैन, वाइस-चेयरमैन के अलावा सदस्यों के साथ चंडीगढ़ में सीएम आवास पर बैठक की थी. इस दौरान अधिकांश ने अपने इस्तीफे सौंप दिए थे. अब इनकी नए सिरे से नियुक्ति होगी. सूत्रों के अनुसार तीन दर्जन से अधिक पदों से इस्तीफे हुए हैं. मंत्रियों के नामों का ऐलान होने के बाद गठबंधन में शामिल बीजेपी-जेजेपी के हिस्से में चेयरमैन और अन्य पद आएंगे. हालांकि कई चेयरमैनों और वाइस चेयरमैनों की फिर से नियुक्ति भी हो सकती है.