चंडीगढ़ः कई दिनों से चल रहे सीआईडी विवाद अब और ज्यादा उलझ सकता है. इस पूरे प्रकरण की जानकारी भाजपा हाईकमान को दे दी गई है और फैसला भी हाईकमान के ऊपर छोड़ दिया गया है. प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज अपने पास से सीआईडी को ऐसे ही नहीं जाने देना चाहते, वह इस को अपने पास रखने के हर संभव प्रयास कर रहे हैं. जानकारी यहां तक भी है कि अगर सीआईडी उन के पास से जाती है तो वह गृह विभाग को छोड़ सकते हैं.
पिछली सरकार में भी दिखे थे विज के तेवर
आपको बता दें कि गृह मंत्री अनिल विज पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान भी सरकार के द्वारा किए फैसलों पर एतराज या कहें सवालिया निशान खड़े कर चुके हैं. यहां तक कि 2014 में जब भाजपा सत्ता में आई तो उस दौरान मंत्री पद का शपथ उन को पांचवें नंबर पर दिलाने पर भी वह कई बार सवाल खड़े कर चुके हैं. वहीं मंत्री पद के बाद मिले विभागों को लेकर भी विज ज्यादा खुश नहीं थे.